प्रेमिका की मां समेत चार की हत्या कर आठ महीने से फरार था जवान, शादी की बात चला SIT ने दबोचा Dhanbad News
रेल पुलिस ने प्लान बनाकर 12 दिनों तक गांव में अगुआ बनकर शादी की बात चलाई। शादी की बात सुनकर किसी को संदेह नहीं हुआ और अंडरग्राउंड पवन सामने आ गया जिसे दबोच लिया।
धनबाद, जेएनएन। अपनी प्रेमिका के मां-बाप की हत्या कर करीब आठ महीने से आरपीएफ जवान पवन कुमार सिंह फरार था। उसकी तलाश में रेल पुलिस की एसआइटी लगातार छापेमारी कर रही थी, पर वह हाथ नहीं आ रहा था। यहां तक कि उसके घर की कुर्की भी हो चुकी थी। फिर रेल एसपी दीपक सिन्हा ने उसकी गिरफ्तारी का नायाब तरीका ढूंढ़ निकाला। एसआइटी को अगुआ बना दिया। अपनी पहचान छिपा कर रेल पुलिस पवन के गांव आरा के तरारी थाना के करथ पहुंच गई।
एसआइटी के लिए करथ गांव में विनोद सिंह के पुत्र पवन की जानकारी हासिल करना काफी मुश्किल था। इसके बाद पुलिस ने प्लान बनाकर 12 दिनों तक गांव में अगुआ बनकर शादी की बात चलाई। शादी की बात सुनकर किसी को संदेह नहीं हुआ और अंडरग्राउंड पवन सामने आ गया। उसके सामने आते ही भोजपुर के एसपी की मदद से उसे दबोच लिया गया। सोमवार को रेल एसपी की पूछताछ के बाद उसे डालटनगंज भेज दिया गया। अब स्पीडी ट्रायल के लिए आवेदन दिया जाएगा ताकि उसे जल्द सजा सुनाई जाए।
क्या है मामला : 2014 बैच के आरपीएफ जवान पवन की पहली पोस्टिंग 2015 में धनबाद रेल मंडल के बरकाकाना में हुई थी। इस बीच वह रेलवे के पोर्टर अशोक राम और उनके परिवार के संपर्क में आ गया। रेलकर्मी की बेटी से उसका प्रेम संबंध बना। इस बीच 17 अगस्त 2019 को पवन ने अपने सर्विस रिवॉल्वर से रेलकर्मी के घर में घुसकर पांच लोगों को गोली मार दी। घटना में रेलकर्मी अशोक राम, पत्नी लीलावती देवी और गर्भवती बड़ी बेटी वर्षा देवी की मौत हो गयी। रेलकर्मी का पुत्र संजय राम और उसकी बहन सुमन देवी गंभीर रूप से जख्मी हुए थे। घटना के बाद सर्विस रिवॉल्वर और खून से सने कपड़े बरामद कर लिए गए थे। फोरेंसिक जांच भी पूरी हो गयी थी।
भोजपुर एसपी के साथ मिलकर रेल एसपी ने बनाया था प्लान : हत्या मामले में फरार आरपीएफ जवान की गिरफ्तारी के लिए रेल एसपी ने भोजपुर के एसपी से बातचीत कर पूरी प्लानिंग की थी। यहां तक कि वहां के लोकल थाने को भी इसकी भनक नहीं लगने दिया गया। जैसे ही पवन सामने आया रेल पुलिस की एसआइटी ने भोजपुर एसपी से संपर्क किया और उसे रातोंरात पकड़ लिया।
20 मार्च की देर रात आरपीएफ जवान को बिहार के भोजपुर जिले के करथ गांव से पकड़ा गया है। रेल पुलिस की एसआइटी और भोजपुर के एसपी की मदद से अभियान पूरा हुआ। अब स्पीडी ट्रायल के लिए अपील किया जाएगा ताकि जल्द से जल्द सजा सुनाई जाए। -दीपक सिन्हा, रेल पुलिस अधीक्षक धनबाद