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शादी के दाैरान विवाह भवन में भड़की आग, पड़ोस में ही फायर स्टेशन होने से बची 150 की जान

जिस समय आग लगी छत पर करीब 150 लोग थे। चिख-पुकार मच गई। परिवार के लोग व रिश्तेदार हल्दी व कुवांरा भात के रस्म में छत पर जमा थे।

By Edited By: Published: Tue, 12 Mar 2019 12:41 AM (IST)Updated: Tue, 12 Mar 2019 07:44 AM (IST)
शादी के दाैरान विवाह भवन में भड़की आग, पड़ोस में ही फायर स्टेशन होने से बची 150 की जान
शादी के दाैरान विवाह भवन में भड़की आग, पड़ोस में ही फायर स्टेशन होने से बची 150 की जान
धनबाद, जेएनएन। लुबी सर्कुलर रोड स्थित कला भवन के विपरीत विवाह भवन में सोमवार रात 10.30 बजे वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान आग लग गई। हीरापुर नोर्थ लोको टैंक की शिखा मुखर्जी के पुत्र सौविक मुखर्जी के विवाह का रस्म चल रहा था। सगे-संबंधी भोजन करने छत पर जा रहे थे। इसी दौरान विवाह भवन के स्विच रूम में शॉर्ट सर्किट हो गया और देखते ही देखते आग सीढि़यों से ऊपर बढ़ने लगा।
जिस समय आग लगी छत पर करीब 150 लोग थे। चिख-पुकार मच गई। परिवार के लोग व रिश्तेदार हल्दी व कुवांरा भात के रस्म में छत पर जमा थे। आग व धुंआ से बचाव के लिए लोग छत पर बने पंडाल के कपड़े फाड़ने लगे, जबकि बच्चों को छत के पीछे से सहारा देकर उतारा जाने लगा। इसी बीच किसी ने विवाह भवन में आग लगने की सूचना गोल्फ ग्राउंड स्थित अग्निशमन विभाग को दी। जिसके बाद घंटी बजाते हुए दो दमकल पौने ग्यारह बजे विवाह भवन पहुंचा। दमकल वाहन ने सवा 11 बजे रात आग पर काबू पाया। इसके बाद सभी को रेस्क्यू करते हुए बाहर निकाला गया।
अग्निशमन विभाग नजदीक होने से बड़ा हादसा टला कला भवन के पास जिला परिषद के विवाह भवन से कुछ फासले पर अग्निशमन विभाग है। इसका कार्यालय नजदीक रहने से बड़ा हादसा टल गया। सूचना मिलते ही तुरंत दमकल वाहन पहुंच गए और आग पर काबू पा लिए। वैवाहिक कार्यक्रम में पहुंचे लोगों ने अग्निशमन विभाग की त्वरित कार्रवाई की तारिफ की। वे बोलते दिखे अगर अग्निशमन विभाग ने फूर्ति से काम किया, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। विवाह भवन में सुरक्षा का प्रबंध नदारद विवाह भवन में सुरक्षा उपाय को नजरअंदाज किया गया है।
सीढ़ी के नीचे प्लाइ व फाइवर से बने रूम में स्विच रूम है। शॉर्ट सर्किट पकड़ने से पूरा स्विच रूम जल उठा। विवाह भवन में वायरिंग भी बेतरतीब तरीके से की गई है। छत से उतरने का रास्ता विवाह भवन के अंदर से होकर बनाया गया है। आग जैसे बड़ी घटना से बचाव का दूसरा रास्ता नहीं है। जार व बेंच से आग को रोकने का प्रयास हल्दी व कुंवारा भात आयोजन के लिए मंगाए गए पानी के जार व बेंच ने लोगों की जान बचाई। जब स्विच रूम में आग पकड़ा तो वहां मौजूद लोगों ने पानी का जार व बेंच लगाकर आग को बढ़ने से रोकने का प्रयास किया। स्विच रूम के दरवाजे को पानी के जार व बेंच से जाम कर दिया, ताकि आग बाहर नहीं फैल सके। सुप्रियो भट्टाचार्जी ने बताया कि पानी का जार व बेंच आग को फैलने से रोकने में कुछ हदतक काम आया। आग बढ़ने पर बड़ा हादसा हो सकता था।

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