आज कोयला मंत्री से चेयरमैन की होगी बात, अप्रैल में 18- 19 को जेबीसीसीआइ बैठक करने का संकेत
कोयला मंत्री के साथ डीपीई की गाइडलाइन को लेकर कोल इंडिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल व निदेशक कार्मिक विनय रंजन के साथ बैठक होगी। वेतन विसंगति को कैसे दूर किया जाए इस पर मंथन होगा। जेबीसीसीआई की बैठक भी जल्द होगी।
जागरण संवाददाता, धनबाद। कोयला मंत्री के साथ डीपीई (Department of Public Enterprises) की गाइडलाइन को लेकर कोल इंडिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल व निदेशक कार्मिक विनय रंजन के साथ बैठक होगी, जिसमें कोयला कर्मचारियों के वेतन समझौता के कारण अधिकारियों के हो रहे वेतन विसंगति को कैसे दूर किया जाए इसको लेकर भी मंथन होगा।
वेतन विसंगति को दूर करने की उठी मांग
अधिकारियों के एसोसिएशन लगातार इस बात को उठा रहा है कि कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी का विरोध नहीं है, लेकिन वेतन विसंगति को दूर किया जाए। जो अधिकारियों व कर्मचारियों के बीच होगी। कोयला मंत्री से एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल मिलकर पूरा पीपीटी दिखाया है। इसके बाद से मंत्रालय गंभीर हो गया है।
जल्द होगी फुल बेंच बैठक
इधर कोल इंडिया प्रबंधन और चार यूनियन के प्रमुख नेताओं के साथ सोमवार को बैठक हुई। बैठक में कोल इंडिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल के नहीं रहने से नीतिगत कोई चर्चा नहीं हुई है। वैसे जेबीसीसीआई की बैठक 18 व 19 अप्रैल को बुलाए जाने को लेकर प्रबंधन ने संकेत दिया। बैठक फुल बैंच होने की उम्मीद है। इसमें इंटक को भी शामिल किया जा सकता है। वैसे जब तक पत्र जारी नहीं होता बैठक को लेकर संशय की स्थिति रहेगी।निदेशक (कार्मिक एवं औद्योगिक संबंध) विनय रंजन ने यूनियन नेताओं के साथ बातचीत की।
उत्पादन और उत्पादकता पर हुई चर्चा
प्रबंधन ने उत्पादन और उत्पादकता को लेकर चारों यूनियन के साथ विस्तार से विचार विमर्श किया। यूनियन नेताओं ने कहा कि इसके पहले 6 मार्च को भी इसी तरह की बैठक की गई थी। बैठक बुलाने के मतलब नीतिगत फैसले लिए जाएं। बैठक में एचएमएस से नाथूलाल पांडेय, बीएमएस के केलक्ष्मा रेड्डी, सीटू के डीडी रामनंदन और एटक के रमेंद्र कुमार सहित कोल इंडिया के अधिकारी मौजूद थे।
सीटू के डीडी रामानंदन ने बताया कि बैठक में इंटक को भी शामिल करने व जेबीसीसीआइ फाइनल करने को लेकर कहा गया है। अगर प्रबंधन ऐसे नहीं करती है तो फिर सभी संगठन में आपस में बैठक कर रणनीति तय करेंगे।