अगर पी रखी शराब तो बाइक स्टार्ट नहीं होगी जनाब, कक्षा 7 के बच्चे ने बनाया ऐसा अनूठा हेलमेट Dhanbad News
सेंसर-सर्किट आधारित तकनीक से दुर्घटनाओं पर लगाम लगेगी। नौ एमएल से अधिक शराब पी तो यह डिवाइस सक्रिय हो जाएगा।
धनबाद, [शशिभूषण]। यदि आपने शराब पी ली है तो आपका वाहन स्टार्ट नहीं होगा, बशर्ते आपने विशेष तकनीक से सुसज्जित हेलमेट लगाया हो। जी हां, विज्ञान के सामान्य सिद्धांतों का प्रयोग कर ऐसी तकनीक ईजाद कर ली गई है। यह किसी इंजीनियर ने नहीं बल्कि धनबाद के दिल्ली पब्लिक स्कूल के 7वीं कक्षा के छात्र मोहन आनंदा ने तैयार की है। इस तकनीक से बने डिवाइस (उपकरण) को हेलमेट में लगा दें। बस सांस में मौजूद शराब की दरुगध पकड़कर उपकरण बाइक को स्टार्ट नहीं होने देगा।
मोहन ने बताया कि एक दिन यू-टयूब पर एक बाइक दुर्घटना का वीडियो देखा। इसमें बाइक सवार की मौत हो गई थी। उस वीडियो को देखने के बाद वह रातभर सो नहीं सका। मन में यह भी विचार आया कि अमूमन ऐसे हादसे होने की आशंका तब बढ़ जाती है, जब बाइक चालक शराब का प्रयोग करता है। यहीं से उसे कुछ करने का मकसद मिल गया। सोचा कि कुछ ऐसा उपकरण बनाएं, जिससे दुर्घटना को रोका जा सके। तब यह डिवाइस बनाने का ख्याल आया। इसके बाद उसने स्कूल के शिक्षकों से मार्गदर्शन लिया और अंतत: स्मार्ट हेलमेट बनाने में कामयाबी मिल गई।
ऐसे काम करेगा उपकरण : स्मार्ट हेलमेट एंड बाइक सिस्टम सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाएगा। उपकरण में सेंसर व विशेष सर्किट (परिपथ) रहेगा। सिस्टम को संचालित करने के लिए बैटरी लगाई जाएगी। सर्किट में एक ऐसा स्विच भी लगा रहेगा, जो हेलमेट लगाते ही ऑन हो जाएगा। बाइक स्टार्ट होने के बाद सर्किट को सिस्टम से जोड़ देंगे। चालक हेलमेट पहनेगा तो स्विच ऑन हो जाएगा। एक खास बात यह है कि बाइक चालक ने नौ एमएल से अधिक शराब पी रखी हो तो उसकी सांस से इसकी दुरुगंध आने लगेगी। इसे उपकरण पकड़ लेगा और सेंसर सक्रिय हो जाएंगे। इसके बाद बाइक में लगा सिस्टम सेंसर से मिले संदेश के बल पर इंजन को चालू करने वाले सर्किट को तोड़ देगा। फिर चाहे जितनी भी कोशिश कर लें, बाइक स्टार्ट नहीं होगी। बाइक से हेलमेट का सिस्टम जुड़ा रहेगा। इसलिए सुरक्षा के लिए हेलमेट पहनना जरूरी होगा।
तकनीक को पेटेंट कराने की तैयारी : इस तकनीक को पेटेंट कराने के लिए केंद्र सरकार की अधीनस्थ संस्था को पत्र लिखा गया है। आम लोग इसका उपयोग करें, इसके लिए भी अनुरोध किया गया है। यह पूरा सिस्टम महज 450 रुपये में तैयार हुआ है।
- मोहन आनंदा ने शानदार हेलमेट बनाया है। इसे पेटेंट कराने को पत्रचार किया गया है। विद्यालय के शिक्षकों के मार्गदर्शन पर उसने लगन के साथ काम किया और सफलता पाई। -सरिता सिन्हा, प्राचार्य, दिल्ली पब्लिक स्कूल, धनबाद