दूसरी लहर में भी 50 महिलाएं हुई ठीक, 22 नवजात भी संक्रमण मुक्त
जिले में एक तरफ कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में कई लोग हर दिन आ रहे हैं वहीं ठीक होने वाले लोगों की भी संख्या बढ़ रही है। ठीक होने वाले में गर्भवती महिलाएं और नवजात भी शामिल हैं। महिलाओं के लिए बनाया गया एसएसएलएनटी अस्पताल का डेडिकेटेड कॉविडहेल्प सेंटर से पिछले दो महीने (मार्च व 21 अप्रैल तक) में 50 संक्रमित महिलाएं स्वस्थ हो चुकी हैं।
जागरण संवाददाता, धनबाद : जिले में एक तरफ कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में कई लोग हर दिन आ रहे हैं वहीं ठीक होने वाले लोगों की भी संख्या बढ़ रही है। ठीक होने वाले में गर्भवती महिलाएं और नवजात भी शामिल हैं। महिलाओं के लिए बनाया गया एसएसएलएनटी अस्पताल का डेडिकेटेड कॉविडहेल्प सेंटर से पिछले दो महीने (मार्च व 21 अप्रैल तक) में 50 संक्रमित महिलाएं स्वस्थ हो चुकी हैं। इसमें 20 गर्भवती महिलाएं भी शामिल है। गर्भवती महिलाओं ने मात्र तीन से चार दिनों में वायरस को मात दी है। वहीं 22 नवजात भी संक्रमण की जद से दूर रहे हैं। अस्पताल के प्रभारी डॉ. रितेश रंजन बताते हैं कि दूसरी लहर में भी नवजात और गर्भवती महिलाएं तेजी से ठीक हो रही हैं, ऐसे में जरूरी है कि भय के साए में न रहा जाए। कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाए।
प्रसव के बाद नवजात में नहीं दिखे कोई लक्षण
22 ऐसी महिलाएं जिनका प्रसव हुआ, वह एसएनएमएमसीएच और दूसरी सरकारी अस्पतालों में संक्रमित पाई गई। लगभग पांच से छह दिनों तक सभी यहां सेंटर में रही। वहीं नवजात स्वजनों को सौंप दिए गए। नवजात में भी कोई लक्षण नहीं दिखे, जांच में भी निगेटिव निकले। डॉक्टर रंजन बताते हैं कि नवजात में अभी तक किसी में संक्रमण का मामला नहीं दिखा है यह राहत की बात है। सुबह संक्रमित शाम में निगेटिव रिपोर्ट
जामताड़ा की एक महिला एसएनएमएमसीएच में प्रसव के दौरान संक्रमित पाई गई थी। प्रसव के बाद नवजात और प्रसूता को आनन-फानन में एसएलएनएमसीएच से एसएसएलएनटी अस्पताल में रेफर किया गया। यहां पर शाम में जांच करने पर महिला की रिपोर्ट निगेटिव आ गई। देर शाम ही महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया, महिला को किसी भी प्रकार का लक्षण नहीं था। वर्जन
सेंटर से काफी संख्या में गर्भवती महिलाएं स्वस्थ होकर लौट रही है। दूसरी लहर में भी महिला और नवजात पर इसका कोई खास असर नहीं दिखा है। हालांकि एहतियात बेहद जरूरी है, बेवजह लोग घरों से ना निकले। महामारी के इस वक्त प्रशासन का लोग सहयोग करें।
डॉ जितेश रंजन, अधीक्षक, एसएसएलएनटी अस्पताल।