बीपी-शुगर की दवाएं महंगी, धनबाद में चार लाख लोगों पर पड़ेगा सीधा असर Dhanbad News
शुगर के इंजेक्शन में 70 से 100 रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। वहीं दूसरी दवाओं में 10-12 रुपये कीमत बढ़ाई गई है।
धनबाद, जासं। बीपी-सुगर के मरीजों को दवा के लिए अब और पैसे खर्च करने पड़ेंगे। दवा कंपनियों ने बीपी-शुगर दी दवाओं में इजाफा कर दिया है। दवाओं की बढ़ी हुई कीमत धनबाद के दवा दुकानों में आ गई है। शुगर के इंजेक्शन में 70 से 100 रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। वहीं दूसरी दवाओं में 10-12 रुपये कीमत बढ़ाई गई है। ऐसे में धनबाद के लोगों को दवा के लिए अतिरिक्त खर्च उठाने पड़ रहे हैं।
धनबाद में लगभग चार लाख मरीज
स्वास्थ्य विभाग की मानें तो धनबाद की लगभग 14 प्रतिशत आबादी बीपी-सुगर से ग्रसित हैं। 28 लाख की आबादी में लगभग चार लाख लोग बीपी-शुगर से पीडि़त हैं। यह लोग प्रतिमाह बीपी-शुगर की दवाएं खा रहे हैं। लेकिन नई दर बढऩे के कारण अधिक खर्च होंगे। हर एक-दो घरों में बीपी-शुगर के मरीज मिल रहे हैं।
कुछ दवाओं के नाम पहले अब
- सिलाकार 20 128 140
- ग्लाइइसीफेज पीजी 75 82.45
- वोलिबी 02 80 87.75
- जायलोरिक 100 19.26 20.76
- शैसकाल 500 82 90
- नोवारेपिड फ्लैक्स पैन
- (इंजेक्शन) 720 792
सरकार के नियंत्रण से कई बाहर
बताया जाता है कि केंद्र सरकार के पास वर्तमान में इन दवाओं के बनाने वाली 348 कंपनियों पर नियंत्रण हैं। कई ऐसी कंपनी हैं, जिस पर सीधे नियंत्रण नहीं है। लिहाजा ऐसी कंपनियां दाम बढ़ा रही है। जबकि नियमानुसार जीवन रक्षक दवाएं व दीर्घ काल तक चलने वाली दवाओं की कीमत अचानक से नहीं बढ़ाई जा सकती है।
भारत सरकार के डीटीसीओ के तहत कंपनियों पर नियंत्रण तो रहती है, लेकिन कई ऐसी कंपनियां है, जिस पर नियंत्रण नहीं है। इस पर सरकार गंभीर है। आलोक कुमार, ड्रग इंस्पेक्टर, धनबाद