केंद्र से दो-दो हाथ करने को संयुक्त मोर्चा तैयार, कहा- 3 दिवसीय हड़ताल में एक छंटाक कोयला नहीं उठेगा Dhanbad News
10 केंद्रीय यूनियनों समेत झारखंड के 38 श्रमिक संगठनों ने हड़ताल का समर्थन किया है। 24 जून से पहली जुलाई तक बीसीसीएल के विभिन्न क्षेत्रों में जनसंपर्क यात्रा निकाली जाएगी।
धनबाद, जेएनएन। कोयला क्षेत्र में कॉमर्शियल माइनिंग के विरोध में होने वाली तीन दिवसीय हड़ताल की सफलता को संयुक्त मोर्चा ने कार्यक्रम निर्धारित कर लिया है। राष्ट्रीय खान मजदूर फेडरेशन के उपाध्यक्ष एके झा ने रविवार को बताया कि इंटक, बीएमएस, एचएमएस, सीटू, एटक की हड़ताल को 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों सहित झारखंड में निबंधित 38 मजदूर संगठनों का समर्थन हासिल है। श्रमिक संगठनों का संयुक्त मोर्चा हड़ताल की सफलता को लेकर बीसीसीएल के विभिन्न क्षेत्रों में संयुक्त रूप से जनसंपर्क यात्रा करेगी।
मजदूर फेडरेशन के उपाध्यक्ष ने बताया कि 24 जून से पहली जुलाई तक बीसीसीएल के विभिन्न क्षेत्रों में जनसंपर्क यात्रा निकाली जाएगी। 24 जून को ब्लॉक-4 गोविंदपुर, सिजुआ व कतरास क्षेत्र से इसकी शुरूआत होगी। 25 जून को कुसुंडा क्षेत्र, 26 जून को ब्लॉक-2 और बरोरा, 27 को चांच विक्टोरिया क्षेत्र, 28 जून को दुग्दा कोल वाशरी, 29 को लोदना व पूर्वी झरिया, 30 जून को पश्चिमी झरिया व पुटकी-बलिहारी क्षेत्र व पहली जुलाई को बस्ताकोला क्षेत्र में जनसंपर्क यात्रा निकाली जाएगी। इसमें सभी ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधि शामिल रहेंगे।
एके झा ने केंद्र सरकार के कॉमर्शियल माइनिंग को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने के लिए हेमंत सोरेन का आभार जताया। कहा कि उन्होंने मजदूरों का दिल जीत लिया है। केंद्र सरकार कोयला उद्योग का निजीकरण चंद कॉरपोरेट घरानों के इशारे पर कर रही है। यह मजदूरों को छलने का काम है। प्रस्तावित तीन दिवसीय हड़ताल के दौरान संयुक्त मोर्चा के मजदूर एक छंटाक कोयला का न तो रेजिंग होने देंगे न ही डिस्पैच। हम सरकार के निर्णय वापस लेने तक संघर्ष करेंगे।