संक्रांति पर दूध-दही व तिलकुट से पतंगबाजी
धनबाद : मकर संक्रांति पर तिलकुट, दही व गुड़ का सेवन शुभ माना जाता है और इसलिए इस दौरान
धनबाद : मकर संक्रांति पर तिलकुट, दही व गुड़ का सेवन शुभ माना जाता है और इसलिए इस दौरान इनकी डिमांड बढ़ जाती है। बाजार में तिलकुट, गजक, लाई व गुड़ की बिक्री चरम पर है। दूध व दही की भी रिकॉर्ड बिक्री हो रही है। मकर संक्रांति को लेकर गाय व डेयरी दूध की बिक्री पांच लाख लीटर पार कर गई है। धनबाद, बोकारो व गिरिडीह में सिर्फ सुधा दूध की बिक्री चार लाख लीटर पहुंच गई है, तो 25 हजार किलो दही की भी खपत होन वाली है।
सुधा के डिप्टी मार्केटिंग मैनेजर संजय नारायण सिंह ने बताया कि धनबाद, बोकारो व गिरिडीह में दूध व दही की बिक्री बाकी दिनों के मुकाबले चार गुना बढ़ गया है। आमतौर पर प्रतिदिन 75 हजार लीटर दूध निकलता है, वहीं मकर संक्रांति में यह बढ़कर चार लाख लीटर पहुंच गया है। एक किलो के पैकेट में 25 हजार किलो दही निकला है।
तिलकुट की खुशबू से महका बाजार
मकर संक्रांति में सबसे अधिक डिमांड तिलकुट का रहता है। इस कारण बाजार तिलकुट की खुशबू से महक उठा है। बाजार साधारण से लेकर खोवा व ब्रांडेड तिलकुट से पटा पड़ा है। चीनी से बना तिलकुट 220 से 240 रुपये प्रति किलो व गुड़ तिलकुट 240 से 260 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। खोवा का तिलकुट 300 से 350 रुपये प्रति किलो मिल रहा है। बाजार में सुगर फ्री तिलकुट भी उपलब्ध है। हाउसिंग कॉलोनी मार्केट में शूगर फ्री तिलकुट 340 रुपये किलो बिक रहा है। वहीं, तिल से बना गजक 65 से 75 रुपये प्रति पैकेट बिक रहा है।