Hazaribagh Road Station से गायब रेलकर्मी को गिरिडीह पुलिस ने तमिलनाडु से किया बरामद, प्राइवेट में कर रहा था काम; हैरान करने वाली वजह
Hazaribagh Road Railway Station कोडरमा जिला अंतर्गत जयनगर थाना क्षेत्र रुपयडीहा गांव निवासी उमाशंकर यादव हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन में रेलवे कर्मचारी है। वह बीते छह अगस्त से स्टेशन परिसर से लापता हो गया था। इस संबंध में उसके रिश्तेदार लक्ष्मण यादव ने सरिया थाना में सनहा दर्ज कराया था।
जागरण संवाददाता, गिरिडीह। हजारीबाग रोड स्टेशन से करीब डेढ़ माह से लापता रेलकर्मी उमाशंकर यादव को सरिया थाना पुलिस ने तमिलनाडु के तुथूकोडी जिला अंतर्गत त्रिचेंदुर के उड़नगुड़ी पावर प्लांट से बरामद कर लिया। रेलवे की नौकरी छोड़कर वह वहां मजदूरी कर रहा था। कर्ज का पैसा लौटाने से बचने के लिए वह चेन्नई चला गया था। पुलिस वहां से उसे बरामद कर सकुशल सरिया ले आई है। बयान लेने के बाद उसे स्वजनों के हवाले कर दिया गया है। एसडीपीओ नौशाद आलम ने मंगलवार को सरिया थाना में प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी है।
विदित हो कि कोडरमा जिला अंतर्गत जयनगर थाना क्षेत्र रुपयडीहा गांव निवासी उमाशंकर यादव हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन में रेलवे कर्मचारी है। वह बीते छह अगस्त से स्टेशन परिसर से लापता हो गया था। इस संबंध में उसके रिश्तेदार लक्ष्मण यादव ने सरिया थाना में सनहा दर्ज कराया था। लगभग एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी जब लापता उमाशंकर का कोई पता नहीं चला तो उसकी पत्नी सोनी देवी ने सरिया थाना तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस रेस हुई। एसपी अमित कुमार रेणु ने इस मामले के पर्दाफाश के लिए एसडीपीओ नौशाद आलम के नेतृत्व में एक टीम गठित की थी। इसमें पुलिस निरीक्षक दिनेश कुमार सिंह, सरिया थाना प्रभारी प्रेम कुमार के अलावा अवर निरीक्षक अभिषेक, लव कुमार को शामिल किया गया था।
एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस को तकनीकी सेल एवं साइबर सेल की मदद से लापता व्यक्ति का आधार कार्ड चेन्नई शहर में अपडेट होने की सूचना प्राप्त हुई। इसके बाद टीम ने चेन्नई जाकर छानबीन की। इस बीच उसका लोकेशन तमिलनाडु के तुथोकोड़ी स्थान में मिला। उगनगुड्डी पावर प्लांट में कार्यरत सुपरवाइजर से पुलिस ने संपर्क साधा। वहां उमाशंकर यादव के मजदूरी करने की सूचना मिली। पुलिस टीम ने उसे वहां से हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि सरिया व अपने घर के आसपास के लोगों से लगभग 10 लाख रुपये कर्ज लिया था। सभी पैसे के लिए उस पर दबाव बना रहे थे। इस कारण, वह मानसिक तनाव में था। ऐसे में बिना किसी को कुछ बताए वह हजारीबाग रोड स्टेशन से धनबाद पहुंचा। वहां से अलेप्पी एक्सप्रेस पकड़कर सीधा चेन्नई पहुंच गया। वहां पहुंचकर उसने अपना आधार कार्ड अपडेट करवाया। इसकी जानकारी पुलिस की तकनीकी सेल को मिल गया।