BBMKU VC के खिलाफ गोमिया विधायक ने दिया विशेषाधिकार हनन का नोटिस, जानिए पूरा मामला
MLA Lambodar Mahto notice to BBMKU VC सिंदरी के विधायक इंद्रजीत महतो बीमार हैं। उनका हैदराबद में इलाज चल रहा है। उद्घाटन शिलापट्ट पर विधायक का नाम न होने पर उनके समर्थकों ने कुलपति के खिलाफ राजनीतिक हल्ला बोल दिया। उद्घाटन के अगले दिन पुतला दहन किया।
धनबाद, जेएनएन। बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय ( BBMKU) के कुलपति डॉ. अंजनी श्रीवास्तव विवादों में फंसते जा रहे हैं। विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह और नए भवन के उद्घाटन में गड़बड़ियों को लेकर राज्यपाल रमेश बैश और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहले ही डांट पड़ चुकी है। अब गोमिया के विधायक लंबोदर महतो ने कुलपति के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने के लिए झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो को नोटिस दिया है। झामुमो विधायक मथुरा महतो ने भी कुलपति के प्रति नाराजगी जाहिर की है।
क्या है पूरा मामला
22 जुलाई को बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के नए भवन का उद्घाटन हुआ। राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऑनलाइन उद्घाटन किया गया। इसके शिलापट्ट पर स्थानीय सिंदरी के विधायक इंद्रजीत महतो का नाम नहीं था। विश्वविद्यालय भवन सिंदरी विधानसभा क्षेत्र के भेलाटांड में स्थित है। शिलापट्ट पर महतो के स्थान पर कुलपति ने धनबाद के विधायक राज सिन्हा का नाम लिखवा दिया था। प्रोटोकॉल के तहत शिलापट्ट पर धनबाद और बोकारो के सभी विधायकों का नाम होना चाहिए थे। क्योंकि विश्वविद्यालय का क्षेत्र धनबाद और बोकारो जिला है। शिलान्यास के समय शिलापट्ट पर धनबाद और बोकारो जिले के सभी सांसद-विधायकों के नाम दर्ज थे। कुलपति द्वारा राजनीति किए जाने की बात सामने आने के बाद कोयलांचल के जनप्रतिनिधि नाराज हैं। अब आजसू विधायक लंबोदर महतो ने विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है।
विधायक की पत्नी से माफी मांग चुके हैं कुलपति
सिंदरी के विधायक इंद्रजीत महतो बीमार हैं। उनका हैदराबद में इलाज चल रहा है। उद्घाटन शिलापट्ट पर विधायक का नाम न होने पर उनके समर्थकों ने कुलपति के खिलाफ राजनीतिक हल्ला बोल दिया। उद्घाटन के अगले दिन पुतला दहन किया। इसके बाद कुलपति ने विधायक के टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में जाकर उनकी पत्नी तारा देवी से माफी मांगी। इसके बाद भी यह मामला शांत नहीं हुआ है।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी नाराज
दीक्षांत समारोह और उद्घाटन समारोह के बाद राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी नाराज हैं। दोनों को अंधेरे में रखकर विश्वविद्यालय भवन का उद्घाटन कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार उद्घाटन के बाद मीडिया विवाद से जुड़े खबरें आने के बाद राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर की।