Coal India: जान जोखिम में डाल ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर रहे कोयला मजदूर, कोल इंडिया चेयरमैन ने मांगा 10 लाख शाट्स
Vaccination in Coal India कोल इंडिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने कहा कि कोयला मज़दूर आठ राज्यों में फैले अपने 352 खानों और अन्य प्रतिष्ठानों पर चौबीसों घंटे काम करके कोविड-19 के खिलाफ मोर्चे से लड़ाई का नेतृत्व कर रहा है।
धनबाद, जेएनएन। कोयला कामगार इस समय कोविड-19 महामारी से जूझते हुए भी कंपनी के उत्पादन में अपना पूरा सहयोग दे रहे हैं। यहां तक कि वह अपनी जान की परवाह किए बिना इस समय देश की ऊर्जा की पूर्ति में लगे हुए हैं। इस दौरान काफी संख्या कोयला कर्मी कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं। कई कर्मचारियों की मृत्यु भी हो चुकी है। ऐसी स्थिति में कोयला कामगारों का वैक्सीनेशन भी ठीक से नहीं हो पा रहा है। इस विषय को लेकर कोल इंडिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने देश के कोयला सचिव अनिल कुमार जैन को कोयला कर्मचारियों के लिए वैक्सीनेशन की समुचित व्यवस्था को आवश्यक मात्रा में वैक्सीन की व्यवस्था करने के लिए पत्र लिखा है।
देश के 8 राज्यों में काम कर रहे कोयला मजदूर
अपने पत्र में कोल इंडिया चेयरमैन अग्रवाल ने कहा कि कोयला मज़दूर आठ राज्यों में फैले अपने 352 खानों और अन्य प्रतिष्ठानों पर चौबीसों घंटे काम करके कोविड-19 के खिलाफ मोर्चे से लड़ाई का नेतृत्व कर रहा है। देश को ऊर्जा सुरक्षा प्रदान करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर और निस्वार्थ भाव से दृढ़ संकल्प के साथ, वे इस चुनौतीपूर्ण समय में वास्तव में हमारे नायक हैं। उन्होंने कहा कि कोयला कंपनियों में 45 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारियों के आश्रितों सहित 90000 लोगों का टीकाकरण करने में सफलता प्राप्त की है। कहा कि हमारे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षा प्रदान करने के लिए टीकाकरण शायद एकमात्र साधन है।
आवश्यक संख्या में वैक्सीन शाट्स आवंटन की वकालत
चेयरमैन ने कहा है कि हमारे कर्मचारियों और उनके आश्रितों के साथ-साथ ठेका श्रमिकों को टीका लगाने के लिए लगभग 10 लाख शॉट्स की आवश्यकता है। चेयरमैन ने कहा कि हमारी ओर से स्थापित विभिन्न टीकाकरण केंद्रों में टीकों की उपलब्धता और आपूर्ति को ध्यान में रखते हुए इसकी जल्द आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। हमारे साथी सहकर्मियों की मदद करने में देर न हो लिहाजा केंद्र सरकार के कोटा से कोल इंडिया को आवश्यक संख्या में शॉट्स के आवंटन में मदद की जाए।