Coal India: कोरोना काल में पावर सेक्टरों से बीसीसीएल को मिल रहे पर्याप्त ऑफर, 25 दिन में रिकॉर्ड कोयला डिस्पैच
Washery Construction in BCCL कोयला सचिव अनिल जैन ने सोमवार को ऑनलाइन समीक्षा बैठक की। इसमें कोल इंडिया समेत सभी अनुषंगी कंपनियों के निदेशक मंडल मौजूद थे। बैठक में बीसीसीएल की प्रस्तावित व निर्माणाधीन वाशरियों के निर्माण में विलंब पर सचिव ने नाराजगी जताई।
धनबाद, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर आम लोगों के लिए भले खौफनाक हो पर कोयला उद्योग पर इसका विशेष असर नहीं पड़ा है। उद्योगों के खुले रहने की वजह से बिजली संयंत्रों का उत्पादन भी ठीक चल रहा लिहाजा न सिर्फ बीसीसीएल उन्हें प्रचुर मात्रा में कोयले की आपूर्ति कर रही बल्कि नए ऑफर भी कंपनी को मिल रहे हैं। वित्तीय वर्ष के पहले महीने की तुलना करें तो डिस्पैच के मामले में वह 150 फीसद की बढ़ोतरी पर है। कंपनी अपने सबसे बड़े ग्राहक दामोदर वैली कार्पोरेशन को तो कोयले की आपूर्ति कर ही रहा है पिछले कुछ महीनों से उसे नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन लिमिटेड के सभी संयंत्रों से भी ऑफर मिलने लगे हैं। इनके अलावा वेस्ट बंगाल थर्मल पावर कार्पोरेशन, पंजाब के झज्जर पावर प्लांट से भी कोयले की मांग की जा रही है। कंपनी प्रबंधन का दावा है कि पिछले 25 दिनों में ही 2.1 मिलियन टन कोयले का डिस्पैच किया जा चुका है।
पावर सेक्टर से मिल रहे पर्याप्त ऑफर
बीसीसीएल के निदेशक वित्त समीरण दत्ता के अनुसार पावर सेक्टर से बीसीसीएल को पर्याप्त ऑफर मिल रहे हैं। हमने मार्च की तरह अप्रैल में भी कोयला डिस्पैच में काफी कुछ किया है। प्रतिदिन 20 से अधिक रैक कोयला डिस्पैच किया जा रहा है। नए ऑफर भी मिल रहे हैं। जहां तक पावर सेक्टर को कोयले की कमी का सवाल तो यह अन्य कंपनियों के कारण हो सकता है। एक वजह यह भी हो सकती है कि पावर सेक्टर ने कोयला का ऑफर ही देर से निकाला। जनवरी के बाद ही उन्होंने कोयला का नया ऑफर देना शुरू किया। बावजूद हमारा कहना है कि जिस किसी पावर कंपनी को कोयले की जरूरत हो वह बीसीसीएल से संपर्क करे। हम नियत समय में उनकी जरूरतें पूरी करने में सक्षम हैं। कंपनी के पास कोयले का भरपूर स्टॉक है।
वाशरी निर्माण में विलंब से कोयला सचिव नाराज
कोयला सचिव अनिल जैन ने सोमवार को ऑनलाइन समीक्षा बैठक की। इसमें कोल इंडिया समेत सभी अनुषंगी कंपनियों के निदेशक मंडल मौजूद थे। बैठक में बीसीसीएल की प्रस्तावित व निर्माणाधीन वाशरियों के निर्माण में विलंब पर सचिव ने नाराजगी जताई। उन्होंने मधुबन वाशरी के निर्माण में तेजी लाने का निर्देश दिया। उसे तय समय पर पूरा करने को कहा। वहीं मुनीडीह वाशरी की निविदा में विलंब पर भी जानकारी मांगी। सचिव ने कई नई वाशरियों का काम शुरू होने के बावजूद वाश्ड कोल के उत्पादन में कमी पर चिंता जताई। सचिव ने वाशरियों से वाश्ड कोल की गुणवत्ता में अपेक्षित सुधार नहीं होने पर भी चिंता जताई। बीसीसीएल अधिकारियों के यह बताने पर कि अधिक मात्रा में ओपेनकास्ट के कोयले वाश्ड होने की वजह से ऐश परसेंटेज कम नहीं है वे संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने गुणवत्ता सुधारने का निर्देश दिया। बीसीसीएल पदाधिकारियों ने वाशरी ग्रेड-4 कोयले की मांग घटने और वाशरियों में उनके ढेर से वाश्ड कोल के उत्पादन में कमी की भी जानकारी दी। ऑनलाइन बैठक में सीएमडी, डीपी, डीटीओपी, डीटीपीपी, डीएफ मौजूद थे।