Ranchi Love Story: प्यार के लिए परिवार-समाज की दहलीज लांघ निकली तो प्रेमी की उम्र बना बिलेन, पुलिस ने भेजा नारी निकेतन
Love Story रांची की अल्पसंख्यक लड़की और दुमका के दूसरे समुदाय के लड़के की प्रेम कहानी को सुलझाने में दुमका पुलिस और वन स्टॉप सेंटर को पसीने आ गए। चूंकि लड़की के स्वजन किसी भी कीमत पर शादी को तैयार नहीं हैं। लड़की भी जिद पर अड़ गई।
दुमका, जेएनएन। रांची के नामकुम की लड़की और दुमका के लड़के की प्रेम कहानी में नया ट्विस्ट आ गया है। अपने प्रेम को पानी के लिए लड़की स्वजनों की बात सुनने को तैयार नहीं है। उसका कहना है कि वह शादी करेगी तो अपने प्रेमी के साथ नहीं तो जान दे देगी। इससे नाराज लड़की के स्वजनों ने दुमका वन स्टॉप सेंटर में बवाल काटा। प्रेमी के साथ हाथापाई की। फिर भी लड़की टस से मस नहीं हुई। अंततः उसे देवघर नारी निकेत भेज दिया गया। वह प्रेमी के 21 साल का होने तक नारी निकेतन में रहेगी। फिलहाल उसकी उम्र 20 है। इस कारण उसे कानून शादी करने का अधिकार नहीं है।
क्या है पूरा मामला
छह माह पहले फोन पर हुई दोस्ती और उसके बाद प्यार में दीवानी हुई युवती घर छोड़कर रांची के नामकुम के दुमका पहुंच गई। इसके बाद युवक को दुमका बस स्टैंड में बुलाकर मुलाकात की। चूंकि मामला दो धर्म के युवक और युवतियों के बीच प्रेम का था, इसलिए सुरक्षा के लिए दोनों दुमका थाना पहुंच गए। जानकारी मिलने के बाद रांची से युवती के स्वजन भी पहुंचे। थाने में पंचायती हुई लेकिन कोई बात नहीं बनी। लड़की अल्पसंख्यक समुदाय की है। इसके बाद पुलिस ने लड़की को वन स्टॉप सेंटर में काउंसलिंग के लिए भेजा गया। यहां पर रविवार को काउंसलिंग किया गया लेकिन लड़की नहीं मानी। लाख समझाने के बाद युवती घर जाने के लिए तैयार नहीं हुई। अंत में पुलिस ने उसे देवघर के नारी निकेतन और उसके प्रेमी को उसके घर भेज दिया। वन स्टॉप सेंटर में प्रेमी के साथ युवती के स्वजनों ने हाथापाई की।
प्रेम विवाह में प्रेमी की उम्र बनी बाधक
रांची के नामकुम की रहने वाले दूसरे समुदाय की युवती घर छोड़कर बड़ा बांध पोखर के समीप रहने वाले युवक से शादी करने के लिए दुमका पहुंच गई। 22 साल की युवती अपने 20 वर्षीय प्रेमी के साथ नगर थाना पहुंची। पुलिस ने शादी की अनुमति नहीं दी। पुलिस का कहना था कि लड़के की उम्र कम से कम 21 साल होनी चाहिए। देर रात युवती के स्वजन दुमका पहुंचे और उसे घर ले जाने के लिए समझाते रहे लेकिन वह तैयार नहीं हुई। वह एक ही जिद पर अड़ी रही कि वह उसी से ही शादी करेगी। रविवार को पुलिस ने दोनों को काउंसलिंग के लिए पुराने सदर अस्पताल के वन स्टॉप सेंटर भेजा। यहां पर युवक के साथ युवती के स्वजनों ने हाथापाई की। सूचना पर नगर थाना प्रभारी देवव्रत पोददार मौके पर पहुंचे और मामले को शांत कराया।
लड़की घर जाने को तैयार नहीं इसलिए भेजी गई नारी निकेतन
दुमका नगर थाना प्रभारी ने बताया कि युवती घर जाने के लिए तैयार नहीं थी, इसलिए नारी निकेतन भेजना पड़ा। युवक को उसके घर भेज दिया गया है। अब लड़की एक साल तक नारी निकेतन में रहेगी। लड़के की उम्र 21 होने के बाद ही दोनों शादी कर सकते हैं।