जेआरडीए के आवास निर्माण का ग्रामीण करेंगे विरोध Dhanbad News
जेआरडीए की ओर से क्षेत्र के गोलमारा मौजा में बीसीसीएल द्वारा पूर्व में अधिग्रहित जमीन पर निर्माण कार्य शुरू किए जाने के प्रस्ताव का ग्रामीणों ने तीव्र विरोध किया है। मंगलवार को गांव में ग्रामीणों की बैठक हुई। झामुमो के धनबाद जिला सचिव पवन महतो ने अध्यक्षता की।
झरिया, जेएनएन : जेआरडीए की ओर से क्षेत्र के गोलमारा मौजा में बीसीसीएल द्वारा पूर्व में अधिग्रहित जमीन पर निर्माण कार्य शुरू किए जाने के प्रस्ताव का ग्रामीणों ने तीव्र विरोध किया है। मंगलवार को गांव में ग्रामीणों की बैठक हुई। झामुमो के धनबाद जिला सचिव पवन महतो ने अध्यक्षता की।
बैठक में गोलमारा के अलावा चांद कुईयां, भागा रामपुर, सवाईगड़ा, परघा, पलानी, निचितपुर, विजयडीह, कर्माटांड़ समेत कई गांवों के लोग उपस्थित थे। बैठक में किसी भी हालत में गोलमारा मौजा में जेआरडीए की ओर से आवास निर्माण का कार्य शुरू नहीं करने देने का संकल्प लिया गया।
ग्रामीणों ने कहा कि इसके लिए जोरदार आंदोलन किया जाएगा। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि बीसीसीएल की ओर से 1985 में अधिग्रहित गांव की जमीन किसानों को वापस दिलाने के लिए कानूनी लड़ाई का सहारा भी लिया जाएगा। इसके लिए सीएनटी एक्ट की धारा के तहत मंत्री चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री द्वारा बनाए गए पीठासीन पदाधिकारी के समक्ष याचिका दायर करने का निर्णय लिया गया। मालूम हो कि गोलमारा मौजा में बीसीसीएल की ओर से वर्ष 1985 में 296 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गई थी। ग्रामीणों का कहना है कि बीसीसीएल की ओर से अधिग्रहित जमीन के एवज में गांव के एक भी किसानों को अब तक नौकरी नहीं दी गई है। साथ ही दशकों बाद भी अधिग्रहित जमीन पर कंपनी द्वारा कोई कार्य नहीं किया गया। अब अधिग्रहित जमीन किसानों को वापस दिलाने के लिए ग्रामीण लंबी लड़ाई लड़ेंगे। बैठक का संचालन सुभाष सिंह चौधरी किया। बैठक में झामुमो के वरिष्ठ नेता युद्धेश्वर सिंह, जग्गू महतो, पूर्व पार्षद मदन महतो, अतुल सिंह, पूर्व मुखिया जीतलाल सिंह, गंगाधर गोप, शिरीष सिंह, हराधन महतो, अशोक सिंह, विजय महतो, प्रह्लाद महतो, निर्मल रजवार, अमृत महतो समेत सैकड़ों ग्रामीण थे।