Bermo Byelction: 3 नवंबर को बेरमो उपचुनाव कराने को बोकारो प्रशासन तैयार, तारीख की घोषणा के साथ ही टॉप गियर में टिकट की लड़ाई
बेरमो विधानसभा उपचुनाव में मतदान के लिए कुल 468 बूथ बनाए गए है। कोरोना को देखते हुए 112 बूथ बढ़ाए गए है ताकि भीड़-भाड़ से बचा जा सके। निर्वाचन आयोग के गाइडलाइन के अनुरूप प्रत्येक 1000 मतदाता पर एक बूथ बनाया गया है।
बोकारो, जेएनएन। Bermo Byelction बोकारो जिला प्रशासन ने बेरमो विधानसभा उपचुनाव की तैयारी तेज कर दी है। 3 नवंबर, 2020 को उपचुनाव होना है। मंगलवार को नई दिल्ली में भारत निर्वाचन आयोजन की तरफ से तारीखों की घोषणा की गई। इसके बाद बोकारो के उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कुमार सिंह ने संवाददाता सम्मेलन कर तैयारियों की जानकारी मीडिया को दी। दूसरी तरफ राजनीतिक दलों में भी टिकट की लड़ाई तेज हो गई है। यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच माना जा रहा है।
बेरमो विधानसभा क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू
बेरमो विधानसभा उपचुनाव की घोषणा के साथ ही पूरे बेरमो अनुमंडल क्षेत्र में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है जो कि 10 नवंबर तक जारी रहेगी। इस संबंध में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त राजेश सिंह ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि बेरमो सीट यहां के विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन के बाद खाली हो गई थी। आज मंगलवार को चुनाव आयोग ने चुनाव की तिथियों का एलान कर दिया है। बेरमो विधानसभा में कुल मतदाता की संख्या 311678 है। इनमें पुरुष मतदाता 163803, महिला मतदाता 147583, सर्विस वोटर की संख्या 292 है। खास बात यह है कि इस विधानसभा में दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 5100 है।
कोरोना के कारण बढ़ाए गए मतदान केंद्र
मतदान के लिए कुल 468 बूथ बनाए गए है। कोरोना को देखते हुए 112 बूथ बढ़ाए गए है ताकि भीड़-भाड़ से बचा जा सके। निर्वाचन आयोग के गाइडलाइन के अनुरूप प्रत्येक 1000 मतदाता पर एक बूथ बनाया गया है। प्रशासन का लक्ष्य शांतिपूर्ण एवं सफल चुनाव कराना है। पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार झा ने कहा कि 8 पुलिस स्टेशन कार्यरत रहेंगे ताकि भयमुक्त एवं शांति वातावरण में मतदान की प्रक्रिया सम्पन्न कराया जा सके। पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती रहेगी। सी विजिल के तहत प्राप्त शिकायतों का तीव्र समाधान के लिए फ्लाइंग स्क्वायड की टीम तत्पर रहेगी। कोविड 19 अंतर्गत जारी दिशा निर्देश के तहत नामांकन के समय अधिकतम 3 लोग ही निर्वाची पदाधिकारी के कार्यालय में आ सकेंगे तथा केवल दो वाहनों की ही अनुमति दी जाएगी। आचार संहिता के दौरान किसी भी प्रकार के उद्घाटन, शिलान्यास या वैसा कार्य जिससे मतदाता प्रभावित होते उस पर रोक रहेगी। बताया कि 3 नवंबर को मत डाले जाएंगे जबकि 10 नवंबर को मतगणना होगी। मतगणना कार्य चास स्थित बाजार समिति में संपन्न होगी।
महत्वपूर्ण तिथियां
- 9 अक्टूबर को अधिसूचना निर्गत किया जाएगा
- नाम निर्देशन की अंतिम तिथि 16 अक्टूबर
- नामांकन पत्रों की जांच - 17 अक्टूबर
- नाम वापस लेने की तिथि -- 19 अक्टूबर
- मतदान की तिथि - 3 नवंबर को
- मतगणना की तिथि - 10 नवंबर को
तेज हुई टिकट की लड़ाई
चुनाव की तारीख की घोषणा होते ही टिकट की लड़ाई तेज हो गई है। कांग्रेस विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन के कारण उपचुनाव हो रहा है। माना जा रहा है कि कांग्रेस की तरफ से दिवंगत सिंह के बड़े बेटे अनूप सिंह कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे। उन्होंने चुनावी तैयारी शुरू कर दी। झारखंड में सत्ताधारी झामुमो की सहयोगी पार्टी है कांग्रेस। कांग्रेस को झामुमो को समर्थन मिलेगा। हालांकि गठबंधन में शामिल झामुमो और राजद के कुछ नेता चुनाव लड़ना चाहते हैं। दूसरी तरफ भाजपा में पूर्व विधायक योगेश्वर महतो उर्फ बाटुल और पूर्व सांंसद रवींद्र पांडेय के नाम की चर्चा है।