Beware of Fake Fob: जूनियर इंजीनियर की बंपर बहाली का निकला इश्तेहार, पेयजल विभाग ने बताया फर्जी
Beware of Fake Fob ठगों ने पेयजल विभाग के नाम पर सोशल मीडिया पर आठ जुलाई को विज्ञापन जारी किया था। इसमें कनीय अभियंता के 450 पदों पर नियुक्ति की बात कही गई।
धनबाद, जेएनएन। Beware of Fake Fob कोविड-19 संक्रमण के कारण लॉकडाउन के बीच भी ठग ठगी का रास्ता निकाल ले रहे हैं। लगातार नाैकरी का झांसा देकर ठगी कर रहे हैं। इसी कड़ी में अब पेयजल एवं स्वच्छता विभाग झारखंड में जूनियर इंजीनियर की बंपर बहाली की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ठगों ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में 721 पदों पर नौकरी के लिए पिछले महीने विज्ञापन जारी किया। इसके मुताबिक जूनियर इंजीनियर और सहायक तकनीशियन ड्रिलिंग के पदों पर नियुक्ति की जाएगी। यह भी कहा कि नियुक्ति सीधी भर्ती प्रतियोगिता के आधार पर होगी। किसी तरह यह मामला विभाग के पास पहुंचा। अब विभाग इस पूरे प्रकरण पर सफाई देता फिर रहा है। पेयजल विभाग ने इसे फर्जी विज्ञापन बताया है।
सोशाल मीडिया पर जारी किया विज्ञापन
ठगों ने पेयजल विभाग के नाम पर सोशल मीडिया पर आठ जुलाई को विज्ञापन जारी किया था। इसमें कनीय अभियंता के 450 पदों पर नियुक्ति की बात कही गई। इसके लिये 4200 ग्रेड पे बताया गया। मैकेनिकल में तीन साल के डिप्लोमा और ड्रिलिंग क्षेत्र में एक साल की अहर्ता मांगी गई। सहायक तकनीशियन ड्रिलिंग के 271 पदों पर बहाली किए जाने का जिक्र किया गया। इसका ग्रेड पे 2400 रुपया था। मैट्रिक पास और दो साल के अनुभव के साथ आवेदन मंगाए गए। आवेदन करने वालों को 600 रुपये का बैंक चालान (आरक्षित श्रेणी के लिए 450 रुपये) मांगा गया।
ऐसे पकड़ में आया मामला
इस विज्ञापन में आवेदकों से नेपाल हाउस रांची के पते पर आवेदन मंगाया गया। इसी आधार पर उम्मीदवारों ने अभियंता प्रमुख (एच/क्यू) पेयजल और स्वच्छता विभाग, झारखंड सरकार, नेपाल हाउस, रांची के पते पर आवेदन भेजना शुरू कर दिया। जब विभाग के पास भरे हुए आवेदन अगस्त के पहले सप्ताह से आने शुरु हुए, तब इस फर्जीवाड़ा का पता चला। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने दो दिन पहले समाचार पत्रों में सूचना जारी की ऐसा कोई भी आवेदन या बहाली उनके स्तर से नहीं की जा रही है। पेयजल विभाग के एसडीओ राहुल प्रियदर्शी के अनुसार विभाग में कनीय अभियंता और तृतीय वर्ग के कर्मचारियों की नियुक्ति राज्य कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से की जाती है। बाजार में जो विज्ञापन जारी हुआ है, वह फर्जी है। विभाग का कहना है कि ऐसी कोई वेकैंसी नहीं निकाली गई है। इससे पहले झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के नाम से भी फर्जी विज्ञापन निकाला गया था।