DMC : अब ढाई गुना अधिक देना पड़ेगा यूजर चार्ज, सिर्फ घरों से निकलने वाले कचरे के एवज में बढ़ाई गई दर
कुछ महीने पहले तक जिन घरों से 20 रुपये वसूला गया अब वहां ढाई गुना यानी 50 रुपये की वूसली की जाएगी। इसी तरह अपार्टमेंट की दर 30 रुपये निर्धारित की गई थी यह भी 50 रुपये हो गई है।
धनबाद, जेएनएन। यह पहली दफा नहीं है जब डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए लोगों को यूजर चार्ज देना पड़ेगा। कुछ दिन तक यह बंद जरूर था, अब फिर से शुरू होने वाला है। इस बार लोगों की जेब हल्की होगी, कारण यूजर चार्ज की दर बढ़ा दी गई है। अतिरिक्त बोझ की मार सिर्फ छोटे आवास और अपार्टमेंट में रहने वालों पर पड़ने वाली है। इनके यूजर चार्ज में लगभग ढाई गुना की बढ़ोतरी की गई है।
रैमकी से पहले निगम क्षेत्र में ए टू जेड ने कचरा उठाने का काम किया था। उस समय यूजर चार्ज की वसूली केवल धनबाद अंचल में ही किया जा रहा था। बाद में कचरा कलेक्शन का जिम्मा एनजीओ को सौंप दिया गया। इसी साल मार्च में नगर निगम ने स्वयं यूजर चार्ज वसूली करने का काम किया और दर निर्धारित कर वसूली भी शुरू कर दी। यह चुपचाप हो रहा था, पता चलने पर पार्षदों ने विरोध शुरू कर दिया। लिहाजा यूजर चार्ज वसूली बंद करनी पड़ी। अब फिर से नगर विकास विभाग ने यूजर चार्ज वसूली का जिम्मा डोर टू डोर कचरा कलेक्शन कर रही रैमकी एजेंसी को दिया।
कुछ महीने पहले तक जिन घरों से 20 रुपये वसूला गया अब वहां ढाई गुना यानी 50 रुपये की वूसली की जाएगी। इसी तरह अपार्टमेंट की दर 30 रुपये निर्धारित की गई थी, यह भी 50 रुपये हो गई है। इसी तरह सभी तरह के शॉपिंग कांप्लेक्स के लिए दस हजार रुपये दर निर्धारित थी, इसे अब श्रेणियों में बांटते हुए पांच से दस हजार कर दिया गया है। विभाग ने सिर्फ घरों से उठने वाले कचरे की दर में बेतहाशा बढ़ोतरी कर दी है, जबकि अन्य दर ज्यों के त्यों हैं।
यूजर चार्ज की निर्धारित नई दर (रुपये में)
- होटल-गेस्ट हाउस
- 10 रूम तक : 1000
- 20 रूम तक : 1500
- 30 रूम तक : 2000
- 50 रूम तक : 5000
- 50 से अधिक रूम : 10000
- आवास : 50
- धर्मशाला : 800
- रेस्त्रां : 1500
- बेकरी आउटलेट : 1000
- मिठाई दुकान : 1000
- फास्टफूड : 500
- ठेला-खोमचा : 200
- पान-चाय दुकान : 100
- शॉपिंग कॉम्प्लेक्स : 5000 से 10000
- घरेलू व लघु उद्योग : 500
- मध्यम उद्योग : 2000
- बड़ा उद्योग : 5000
- सिनेमा हॉल : 5000
- होलसेल दुकान : 1500
- मुख्य बाजार की दुकान : 1000
- मोहल्ले की दुकान : 250
- गोदाम-कोल्ड स्टोरेज : 1500
- सब्जी व फल दुकान : 200
- कार्यालय के लिए : 100 से 2500
- अस्पताल, डिस्पेंसरी और लेबोरेट्री
- बिना बेड : 400
- 20 बेड तक : 5000
- 50 बेड तक : 10000
- 50 बेड से अधिक : 20000
- शैक्षणिक संस्थान
- सरकारी : 200
- गैर सरकारी : 1000
- आवासीय 50 रूम तक : 2000
- आवासीय 50 रूम से अधिक : 5000
- शादी विवाह स्थल
- 3000 वर्ग मीटर तक : 2500
- 3000 वर्ग मीटर से अधिक : 5000
मार्च में नगर निगम की ओर से निर्धारित यूजर चार्ज
- छोटा आवास : 20
- एलआइजी : 30
- एमआइजी : 50
- एचआइजी : 80
- अपार्टमेंट प्रति फ्लैट : 30 रुपये
- होटल-गेस्ट हाउस
- 10 कमरा : 1000
- 11-20 रूम : 1500
- 21-30 रूम : 2000
- 31-50 रूम : 5000
- 50 से ऊपर : 10000
- धर्मशाला : 800
- रेस्त्रां : 1500
- बेकरी-फूड कोर्ट : 1500
- मिठाई दुकान : 1000
- फास्टफूड : 500
- ठेला-खोमचा : 200
- पान-चाय दुकान : 100
- शॉपिंग कॉम्पलेक्स : 10000
- सिनेमा हॉल : 5000
- होलसेल दुकान : 1500
- मेन मार्केट दुकान : 1000
- मुहल्ले की दुकान : 250
सभी ट्रांसफर स्टेशन पर कचरे का वजन अनिवार्य : नगर विकास विभाग ने रैमकी को सभी ट्रांसफर स्टेशन पर तौल मशीन लगाने का निर्देश दिया है। सभी ट्रांसफर स्टेशन (जहां डोर टू डोर कचरा एकत्रित होगा) पर शहर से उठाए जानेवाले कचरे का वजन करना अनिवार्य होगा। इससे हर रोज उठाए जाने वाले कचरे व उसके निष्पादन की जानकारी मिल सकेगी। सिर्फ यही नहीं कचरा उठाने के लिए उपयोग में लाई जा रही रैमकी की गाडिय़ों की जियो फेंसिंग से निगरानी होगी। गाडिय़ों पर केवल जीपीएस सिस्टम लगाना पर्याप्त नहीं है। डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम कर रही रैमकी कंपनी यूजर चार्ज की वसूली करेगी।
विभाग ने शुल्क वसूली का काम रैमकी कंपनी को सौंपने की घोषणा कर नगर प्रशासक को एग्रीमेंट की प्रक्रिया पूर्ण करने का निर्देश दिया है। एग्रीमेंट होते ही कंपनी शुल्क वसूली का काम शुरू कर देगी। यूजर चार्ज की वसूली के लिए निगम और रैमकी के बीच पहले सप्लीमेंट्री एग्रीमेंट होगा। शुल्क वसूली की प्रगति के आधार पर फाइनल एग्रीमेंट की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। प्रशासक चंद्रमोहन कश्यप ने बताया यूजर चार्ज वसूली में कंपनी जो राशि खर्च की जाएगी, उसका भुगतान नगर निगम करेगा। शुल्क वसूली के लिए कंपनी कितने लोगों को लगाती है, यह कंपनी को तय करना है। निगम ने यूजर चार्ज वसूली का सालाना लक्ष्य 50 से 50 लाख रुपए निर्धारित किया है।