धनबाद में 800 लोगों की हुई स्क्रिनिंग, मेडिसिन विभागाध्यक्ष ने कहा- भीड़ से नहीं बचे तो विकट हो सकती है स्थिति
धनबाद के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में कोरोना वायरस की जांच की संपूर्ण व्यवस्था नहीं है। यहां इंफ्रारेड थर्मामीटर से जांच के बाद सभी को 14 दिनों तक घरों में रहने को कहा जा रहा है।
धनबाद,जेएनएन। कोरोना वायरस का खौफ धनबाद में बढ़ता जा रहा है। विदेशों और दूसरे राज्यों से काफी संख्या में मजदूर लौट रहे हैं। धनबाद में लगभग 800 लोगों को होम क्वारंटाइन करने का निर्देश पीएमसीएच के कोरोना वायरस की एक्सपर्ट टीम ने दी है। इन सभी लोगों को 14 दिनों तक अपने-अपने घरों में एकांतवास में रहने का निर्देश दिया गया है। इस दौरान किसी भी तरह के भीड़ में नहीं जाने की अपील भी की गई है। वहीं, पीएमसीएच के मेडिसिन विभागाध्यक्ष और आइसोलेशन वार्ड के प्रभारी डॉ. यूके ओझा ने कहा है कि स्थिति विकट हो सकती है। बाहर से आने वाले मजदूरों को क्वारंटाइन का निर्देश दिया जा रहा है।
तीन दिन में पीएमसीएच में 800 लोगों की जांच : पीएमसीएच में कोरोना वायरस की संपूर्ण जांच की व्यवस्था नहीं है। यहां फिलहाल इंफ्रारेड थर्मामीटर से बुखार की जांच की जा रही है। रविवार, सोमवार और मंगलवार की बात करें तो कुल मिलाकर 800 लोगों की जांच की गई है। इन सभी लोगों को 14-14 दिनों के लिए घर में एकांत रहने की सलाह दी गई है। इसलिए बुखार जांच कर लोगों को उसके घर भेज दिया जा रहा है। कई जगहों पर सोशल डिस्टेंस इन का पालन नहीं किया जा रहा है।
जिले से अब तक मात्र एक ही सैंपल की जांच : हांगकांग से आए निरसा के युवक की ही अब तक खून के सैंपल की जांच की गई है। यह जांच नेगेटिव आई थी। इसके बाद एक भी मरीज की जांच खून के सैंपल से नहीं की गई है। सभी को इंफ्रारेड थर्मामीटर से चेक करने के बाद जाने दिया जा रहा है। ऐसे में डर है कि स्वास्थ्य विभाग की ये लापरवाही कहीं भारी न पड़े।
पीएमसीएच में कई कमियां : हाई अलर्ट के बावजूद पीएमसीएच में कई कमियां देखी जा रही हैं। यहां पर्याप्त मात्रा में सैनिटाइजर तथा इंफ्रारेड थर्मामीटर नहीं है।, जिससे डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों को खासा परेशानी का सामना करना पडॉ रहा है। हालांकि, काफी कम संसाधन में ही पीएमसीएच के डॉक्टर लोगों की जांच कर रहे हैं। इंफ्रारेड थर्मामीटर से बुखार की जांच करने के बाद ज्यादा बुखार से पीड़ित लोगों को घर जाने की सलाह दी जा रही है।
संदिग्ध मरीज की भी नहीं हो पा रही है अलग से जांच : भीड़ में काफी संख्या में मजदूर जांच कराने आ रहे हैं। कई मरीजों को हल्की सर्दी, खांसी है। बावजूद इन्हें वापस घर होम क्वारंटाइन के लिए भेजा जा रहा है। मास लेवल पर जांच की कोई सुविधा फिलहाल पीएमसीएच में नहीं है।
सचेत नहीं हो रहे हैं लोग : डॉ. ओझा
डॉ यूके ओझा ने कहा कि पीएमसीएच में तीन दिनों में 800 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। इन सभी को हम क्वारंटाइन करने की सलाह दी है। लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसे समय में कौन से लोग कोरोना वायरस से पीड़ित हैं, यह बताना काफी मुश्किल है। ऐसे में एहतियात सबसे बड़ा कदम है। कई लोग लापरवाही भी कर रहे हैं। यह सबसे बड़ा घातक सिद्ध हो सकता है। ऐसे में हम सभी को बेहद सतर्क होने की आवश्यकता है। जो लोग बाहर से आ रहे हैं उन्हें चाहिए को तुरंत आकर जांच करा लें।