कोल कंपनियों को उत्पादन की अनुमति, हार्ड कोक उद्योग बंद; अफसरों के लिए घर से ही काम की सुविधा Dhanbad News
जिले की सभी हार्डकोक कंपनियों को बंद करने का फरमान डीसी अमित कुमार ने जारी किया है। कोरोना से बचाव को लेकर राज्य में 31 मार्च तक आकस्मिक सेवाओं को छोड़कर लॉकडाउन है।
धनबाद, जेएनएन। जिला प्रशासन ने बीसीसीएल, ईसीएल, एमपीएल व सेल को उत्पादन कार्य करने की अनुमति दे दी है। इन कंपनियों ने केंद्र सरकार की पब्लिक यूटिलिटी सर्विस के तहत उपायुक्त के पास आवेदन किया था। सोमवार को इसकी अनुमति मिल गई। बता दें कि केंद्र सरकार ने पावर, कोल, माइंनिग सेक्टर व स्टील उद्योग को पब्लिक यूटिलिटी के दायरे में रखा है।
कोल इंडिया मुख्यालय में बैठे अधिकारियों को घर में ही रहकर लैपटॉप पर काम करने की सलाह दी गई है। जबकि कोयला उत्पादन में लगे हजारों श्रमिकों के लिए कोई गाइडलाइन नहीं है। उन्हें ड्यूटी पर जाना है, लेकिन उन्हें भीड़ से दूरी बनाकर काम करने की सलाह दी गई है।
बीसीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद ने कहा कि जिला प्रशासन से कोयला उत्पादन करने की अनुमति मिल गई है। कोरोना से बचाव को लेकर दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा। वहीं ईसीएल के डीपी विनय रंजन ने कहा कि रोस्टर सिस्टम बनाया गया है। अधिकारियों को भी इसमें शामिल किया गया है।
धनबाद में सौ हार्ड कोक उद्योग : इधर, जिले की सभी हार्डकोक कंपनियों को बंद करने का फरमान डीसी अमित कुमार ने जारी किया है। उपायुक्त ने खेतावत कोक मैन्युफैक्चरिंग, टुंडी रोड गोविंदपुर के डायरेक्टर, श्री द्वारिकेश इकोटेक्स प्रालि को नोटिस जारी करते हुए कहा है कि वायरस के प्रसार को देखते हुए झारखंड में इसका प्रकोप रोकना है। राज्य में 31 मार्च तक आकस्मिक सेवाओं को छोड़कर लॉकडाउन है। इसके आलोक में आपकी हार्डकोक उत्पाद इकाई को संचालन की अनुमति नहीं दी जा सकती। डीसी का आदेश इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन, धनबाद के अध्यक्ष बीएन सिंह को भी भेजा गया है।