चार बेटियां हुईं तो बहू को जलाया, जूझ रही जिंदगी से, वन स्टेप सेंटर ने लिया संज्ञान Dhanbad News
रूबी ने बताया कि पिता का साया बचपन में उठ गया था। एक बहन है वह भी विधवा हो गई है। मां अब मेरी चार बेटी व बहन के दो बच्चे की परवरिश कर रही है। घर की माली हालत काफी खराब है।
धनबाद, जेएनएन। बहू को चौथी बेटी हुई, तो ससुराल वालों ने जिंदा जला दिया। पचास प्रतिशत जली महिला जिंदगी से जूझ रही है। महिला का मायका मिहिजाम में है। उसकी शादी बंगाल के सलानपुर में हुई है। बेटी को लेकर मायके वाले पीएमसीएच आए, जहां वह दर्द के साथ दवा के लिए भी तड़प रही है।
27 वर्षीय रूबी देवी को दो माह पूर्व ससुराल वालों ने जला दिया था। इस मामले का वन स्टेप सेंटर की धनबाद इकाई ने संज्ञान लिया। रूबी से मिलने उसके पदाधिकारी भी पहुंचे। पीएमसीएच में मंगलवार को रूबी ने बताया कि नवंबर में चौथी बेटी हुई। इसके बाद पति सतीश साव, ससुर संतलाल साव, सास शांति देवी काफी नाराज हो गए। 21 दिसंबर को केरोसिन डालकर आग लगा दी जिससे वह लगभग 50 प्रतिशत झुलस गई। जानकारी मिलने पर मायके वाले आए, तो किसी तरह जान बची। पति सलानपुर में एक ग्लास कारखाना में काम करता है।
रूबी ने बताया कि पीएमसीएच में दवा नहीं है, बाहर से दवा खरीद नहीं सकती है। ऐसे में नारियल तेल सहित अन्य जड़ी-बूटी से लेप बनाकर लाई है। दवा की जगह इसी लेप को लगा रहे हैं। एक इंजेक्शन लिखा गया है, इसे ले रही हूं। यह भी बताया कि पिता का साया बचपन में उठ गया था। एक बहन है, वह भी विधवा हो गई है। मां अब मेरी चार बेटी व बहन के दो बच्चे की परवरिश कर रही है। घर की माली हालत काफी खराब है। खाने के लिए पैसे नहीं बचे हैं।
रूबी के लिए जामताड़ा प्रशासन को पत्र लिखा जाएगा। उसकी मदद की जाएगी।
-साधना कुमार, पदाधिकारी, वन स्टेप सेंटर, धनबाद