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DSOG: चिकित्सा की नई विधा के साथ ही प्रसव रोग विशेषज्ञों ने साझा किया अनुभव Dhanbad News

पीएमसीएच के ऑडिटोरियम में आयोजित कांफ्रेंस में दूसरे दिन भी कई साइंटिफिक सेशन हुए जिसमें चिकित्सकों ने अपने-अपने पेपर का प्रजेंटेशन किया।

By MritunjayEdited By: Published: Mon, 16 Sep 2019 12:11 PM (IST)Updated: Mon, 16 Sep 2019 12:11 PM (IST)
DSOG: चिकित्सा की नई विधा के साथ ही प्रसव रोग विशेषज्ञों ने साझा किया अनुभव Dhanbad News
DSOG: चिकित्सा की नई विधा के साथ ही प्रसव रोग विशेषज्ञों ने साझा किया अनुभव Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। धनबाद सोसाइटी ऑफ ऑबस्टेट्रिक्स एंड गायकनोलॉजी (डीएसओजी) का चौथे वार्षिक सम्मेलन का रविवार को समापन हुआ। अंतिम दिन कई आगंतुक चिकित्सकों ने स्त्री व प्रसव रोग के क्षेत्र में आने वाली नई-नई विधाओं की जानकारी दी। कांफ्रेंस में झारखंड-बिहार, कोलकाता, जमशेदपुर, लखनऊ सहित अन्य राज्यों से लगभग दो सौ आगंतुक शामिल हुए।

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पीएमसीएच के ऑडिटोरियम में आयोजित कांफ्रेंस में दूसरे दिन भी कई साइंटिफिक सेशन हुए, जिसमें चिकित्सकों ने अपने-अपने पेपर का प्रजेंटेशन किया। लखनऊ पीजीआइ से आई डॉ. मंदाकिनी प्रधान ने जेनेटिक फॉर द ऑब्स्टेट्रिशियन पर जानकारी दी। डॉ. हिमांशु, डॉ. विनिता सिंह, डॉ. एसके दास ने अपने-अपने टॉपिक के बारे में बताया। इसके बाद पैनल डिस्कशन हुआ। मंच का संचालक आयोजन समिति सचिव डॉ. नीतू सहाय ने किया। इधर, डॉ. नीतू सहाय व डॉ. कविता प्रिया ने बताया कि सम्मेलन से धनबाद के चिकित्सकों को नई-नई विधाओं की जानकारी मिली है।

यह थे मौजूदः डॉ. एसके दास, अध्यक्ष डॉ. कविता प्रिया, सचिव डॉ. नीतू सहाय, डॉ. राज लक्ष्मी, डॉ. रेणु उपाध्याय, डॉ. नुपूर चंदन, डॉ. शिवानी झा, डॉ. नेहा बजाज, डॉ. नेहा प्रियदर्शिनी, डॉ. विकास हाजरा, डॉ. रीता हाजरा आदि काफी संख्या में चिकित्सक मौजूद थे।


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