Neeraj murder case: शूटरों ने किया था चोरी की बाइक का इस्तेमाल, कोर्ट को दी गई जानकारी
अनुसंधानकर्ता ने कहा कि घटना में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल में एक का निबंधन राकेश कुमार मिश्रा झरिया निवासी के नाम से था जबकि दूसरी मोटरसाइकिल चोरी की थी।
धनबाद, जेएनएन। पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड मे लगातार सातवें दिन कांड के अनुसंधानकर्ता निरंजन तिवारी का बयान दर्ज किया गया। हालांकि समयाभाव के कारण शनिवार को भी गवाही पूरी नही हो सकी। शनिवार को अनुसंधानकर्ता ने पहले विनोद सिंह व पंकज सिंह के मोबाइल लोकेशन के संबंध में एकत्र किए गए विभिन्न कंपनियों के सीडीआर के विषय में बताया। अनुसंधानक ने कहा कि 23 जुलाई 17 को उन्होंने जौनपुर जेल में बंद चंदन उर्फ रोहित सिंह को धनबाद कोर्ट में पेश किया। फिर पुलिस रिमांड लेकर उससे पूछताछ की, जिसमें उसने अपना दोष स्वीकार किया।
अनुसंधानकर्ता ने बताया कि अनुसंधान के क्रम में एक मोबाइल नंबर ऐसा मिला जिसका लोकेशन लगातार झरिया से सिंह मेंशन, स्टीलगेट के बीच में जगह-जगह था। लोकेशन के आधार पर झरिया निवासी विनोद सिंह को पकड़ा गया। उसके पास से काले रंग का मोबाइल फोन जब्त किया। अनुसंधानकर्ता ने अपने बयान में कहा कि राय दंपती ने मुन्नाजी की पहचान टीआई परेड में डबलू मिश्रा के रूप में की थी। गाजीपुर जेल में बंद रिंकू सिंह का आपराधिक इतिहास पता किया। पंकज सिंह का आपराधिक इतिहास पता किया तो पंकज के विरूद्ध यूपी में गुंडा एक्ट के तहत मामला भी पाया गया। अमन सिंह का भी अपराधिक इतिहास पता किया। अनुसंधानकर्ता ने कहा कि घटना में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल में एक का निबंधन राकेश कुमार मिश्रा झरिया निवासी के नाम से था, जबकि दूसरी मोटरसाइकिल चोरी की थी। इस संबंध में 23 मई 2016 को बरवाअड्डा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। उक्त मोटरसाइकिल का निबंधन परमेश्वर प्रसाद वर्मा के नाम से था।
एंबुलेंस से लाए गये विधायक संजीव : सुनवाई के दौरान विधायक संजीव सिंह को जेल प्रशासन ने फिर एंबुलेंस से कोर्ट में पेश किया। आज फिर कोर्ट रूम तक जाने के लिए उन्होंने सहारा लिया। जिला एवं सत्र न्यायाधिश आलोक कुमार दूबे की अदालत मे सुबह 11 :40 बजे से गवाही शुरू हुई जो लगातार 3.30 बजे तक चली ।