8 साल की बच्ची से सिक रूम में होता था कुकर्म, इस तरह खुला राज Dhanbad News
छात्रा की तबीयत ठीक नही रहने पर उसे सिक रूम ले जाया जाता। नर्स टेबलेट खिलाकर बच्ची को बेहोश कर देती थी। इसके बाद सहायक प्राचार्य और वर्ग शिक्षक कुकर्म किया करते थे।
By MritunjayEdited By: Published: Sat, 07 Sep 2019 03:27 PM (IST)Updated: Sun, 08 Sep 2019 08:13 AM (IST)
कतरास, जेएनएन। कतरास एरिया के एक डिनोबली स्कूल के सिक रूम में आठ साल की मासूम छात्रा को दवा खिलाकर बेहोश करने के बाद दुष्कर्म किए जाने की प्राथमिकी दर्ज हुई है। डिनोबली के उप प्राचार्य, क्लास टीचर एवं नर्स के खिलाफ कतरास थाना में पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा हुआ है। मेडिकल बोर्ड का गठन नहीं होने के कारण शनिवार को छात्रा की मेडिकल जांच नहीं हो सकी है। संभावना है कि रविवार को मेडिकल बोर्ड छात्रा की मेडिकल जांच करेगा।
कतरास के चिकित्सक ने परिजनों के साथ पुलिस को भी इशारा किया है कि गलत हुआ है। डीएसपी मनोज कुमार ने डिनोबली स्कूल जाकर तहकीकात की तो डीएसपी सरिता मुर्मू ने पीडि़ता के घर जाकर बयान लिया। सूचना पाकर राज्य नि:शक्तता आयुक्त सतीश चंद्र ने कतरास थाना प्रभारी से दूरभाष पर सम्पर्क कर विधिसम्मत कार्रवाई का निर्देश दिया।
कतरास पुलिस को परिजनों ने बताया कि क्लास टीचर सूचित करते थे कि बच्ची की तबियत ठीक नहीं है, उसे घर ले जाइए। कई बार स्कूल से क्लास टीचर ने यह सूचना दी। इसी बीच बच्ची की तबीयत बिगड़ती गई। डॉक्टर को दिखाया गया तो तनिक राहत मिली। शक होने पर बच्ची से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि सिक रूम में नर्स उसे टेबलेट देती थी। उसे खाने के बाद वह बेहोश हो जाती थी। फिर उसके साथ क्या होता था? याद नहीं आता। इसके बाद बच्ची को डॉक्टर को दिखाया गया तो उन्होंने गलत काम होने का संदेह जताया है। इसके बाद कतरास थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
छात्रा की 164 के तहत गवाही हो गई है। मेडिकल बोर्ड का गठन कर लिया गया है। रविवार को छात्रा की मेडिकल जांच की जाएगी।
-अमन कुमार, एसपी ग्रामीण
स्कूल में पुदीन हरा को छोड़ कोई दवा नहीं : डिनोबली स्कूल की प्राचार्या तनुश्री बनर्जी ने कहा कि छात्रा के परिजन पुलिस के साथ स्कूल आए थे। जांच में पुलिस को हरसंभव सहयोग किया गया है और किया जाएगा भी। स्कूल के परिसर में गलत होना संभव नहीं है। सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। डिनोबली स्कूल के सिक रूम में पुदीन हरा को छोड़ कोई दवा नहीं रहती। सिक रूम में बच्चों को सिर्फ आराम के लिए ले जाया जाता है। कोई दवा नहीं दी जाती। वैसे भी छात्रा पिछले 23 अगस्त से स्कूल नहीं आ रही थी। जो बात कही जा रही है, संभव है कि वह घर के आसपास में हुई हो। गहराई से जांच होगी तो सब कुछ साफ हो जाएगा।
कतरास के चिकित्सक ने परिजनों के साथ पुलिस को भी इशारा किया है कि गलत हुआ है। डीएसपी मनोज कुमार ने डिनोबली स्कूल जाकर तहकीकात की तो डीएसपी सरिता मुर्मू ने पीडि़ता के घर जाकर बयान लिया। सूचना पाकर राज्य नि:शक्तता आयुक्त सतीश चंद्र ने कतरास थाना प्रभारी से दूरभाष पर सम्पर्क कर विधिसम्मत कार्रवाई का निर्देश दिया।
कतरास पुलिस को परिजनों ने बताया कि क्लास टीचर सूचित करते थे कि बच्ची की तबियत ठीक नहीं है, उसे घर ले जाइए। कई बार स्कूल से क्लास टीचर ने यह सूचना दी। इसी बीच बच्ची की तबीयत बिगड़ती गई। डॉक्टर को दिखाया गया तो तनिक राहत मिली। शक होने पर बच्ची से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि सिक रूम में नर्स उसे टेबलेट देती थी। उसे खाने के बाद वह बेहोश हो जाती थी। फिर उसके साथ क्या होता था? याद नहीं आता। इसके बाद बच्ची को डॉक्टर को दिखाया गया तो उन्होंने गलत काम होने का संदेह जताया है। इसके बाद कतरास थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
छात्रा की 164 के तहत गवाही हो गई है। मेडिकल बोर्ड का गठन कर लिया गया है। रविवार को छात्रा की मेडिकल जांच की जाएगी।
-अमन कुमार, एसपी ग्रामीण
स्कूल में पुदीन हरा को छोड़ कोई दवा नहीं : डिनोबली स्कूल की प्राचार्या तनुश्री बनर्जी ने कहा कि छात्रा के परिजन पुलिस के साथ स्कूल आए थे। जांच में पुलिस को हरसंभव सहयोग किया गया है और किया जाएगा भी। स्कूल के परिसर में गलत होना संभव नहीं है। सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। डिनोबली स्कूल के सिक रूम में पुदीन हरा को छोड़ कोई दवा नहीं रहती। सिक रूम में बच्चों को सिर्फ आराम के लिए ले जाया जाता है। कोई दवा नहीं दी जाती। वैसे भी छात्रा पिछले 23 अगस्त से स्कूल नहीं आ रही थी। जो बात कही जा रही है, संभव है कि वह घर के आसपास में हुई हो। गहराई से जांच होगी तो सब कुछ साफ हो जाएगा।
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