मवेशियों ने सड़क को ही बना लिया अपना ठिकाना, रोज बढ़ रही हादसों की संख्या Dhanbad News
धनबाद में बेसहारा मवेशियों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसके कारण सड़क हादसों की संख्या बढ़ी है। जुलाई में ही सिंदरी-बलियापुर मार्ग पर पांच मवेशियों की मौत हो चुकी है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: धनबाद में बेसहारा मवेशियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। सड़कों पर आए दिन मवेशियों के साथ दुर्घटनाएं बढ़ रही है। जुलाई में ही सिंदरी-बलियापुर मार्ग पर अज्ञात वाहन की चपेट में आने से पांच मवेशियों की मौत हो चुकी है। धनबाद-बरवाअड्डा रोड में भी हाल के दिनों में दो मवेशियों की सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है।
छह महीने पहले जीटी रोड में बरवाअड्डा थाना के शहरजोरी में आठ मवेशी की मौत हो गई थी। डिवाइडर के किनारे या सड़क के बीच मवेशियों के बैठने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। कई बार इनके कारण बड़ी दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। जीटी रोड पर तोपचांची से निरसा के बीच अक्सर दुर्घटना से मवेशियों की मौत हो जाती है। बारिश के मौसम दुघर्टना की अधिक संभावना रहती है। धनबाद-गोविंदपुर रोड और धनबाद बरवाअड्डा रोड में भी समस्या कम नहीं है। इन दोनों मार्ग पर सड़क के किनारे व बीचोंबीच मवेशी अक्सर बैठी रहती है। इनकी वजह से एक साथ वाहनों को गुजरने में परेशानी होती है। रात के समय परेशानी और बढ़ जाती है।
बारिश के दिनों में समस्या ज्यादा हावी: बारिश के दिनों में यह समस्या ज्यादा हावी रहती है। सड़क पर दिनभर वाहन चलते है। बारिश का पानी जल्दी सड़क सूख जाता है। मवेशी सड़कों पर ही अपना डेरा जमा लेते है। आवागमन करने वालों को सड़क पर बैठे मवेशियों से परेशानी होती है।
आवारा मवेशी को पकडऩे का निगम में नहीं प्रबंध: शहरी क्षेत्र में आवारा मवेशी को पकडऩे का कोई व्यवस्था नहीं है। कायदे से निगम को आवारा मवेशियों को पकडऩा है, लेकिन इसके द्वारा अभी तक कोई पहल नहीं हुई है। पिछले साल गौ रक्षा दल उपायुक्त से मुलाकात कर गौ पालकों से गाय को खुले में नहीं छोडऩे की अपील की थी। बावजूद इसके सड़कों पर आवारा मवेशी की संख्या कम नहीं हो रही है।
मवेशी को खुले में नहीं छोड़ें: जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. विपिन विहारी महथा ने गौ पालकों से अपील की है कि अपने मवेशी को खुले में नहीं छोड़े। कहा कि गो पालक ध्यान रखें कि मवेशी सड़क पर नहीं जाय। आम लोगों से भी अपील है कि मवेशी सड़क पर दिखने से हटा दें।