Railway union election 2019: नामांकन शुल्क में पांच गुना वृद्धि का प्रस्ताव, मजदूर संगठन हलकान
रेलवे ने ड्राफ्ट मॉडलिटीज़ में नामांकन शुल्क में बढ़ोत्तरी की जानकारी साझा की है। रेलवे की ओर से सूचना जारी होते ही रेलवे यूनियनों के होश उड़ गए हैं।
धनबाद , जेएनएन। रेलवे यूनियन का चुनाव मंहगा हो सकता है। नामांकन शुल्क 20 हजार से बढ़ाकर एक लाख करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। नामांकन शुल्क में पांच गुना वृद्धि का प्रस्ताव रेल यूनियन का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे मजदूर नेताओं के लिए तगड़ा झटका है। 28 और 29 अगस्त को भारतीय रेल में रेलवे यूनियन की मान्यता के लिए चुनाव प्रस्तावित है।
रेलवे ने चुनाव से पहले ही यूनियनों को तगड़ा झटका दिया है। इस बार यूनियन चुनाव लड़ने के लिए पहले की तुलना में 5 गुना अधिक नॉमिनेशन शुल्क निर्धारित करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। यानी 2013 में नॉमिनेशन शुल्क जहां सिर्फ 20 हजार था, इस दफा पूरे एक लाख जमा कराने होंगे। रेलवे ने ड्राफ्ट मॉडलिटीज़ में नामांकन शुल्क में बढ़ोत्तरी की जानकारी साझा की है। रेलवे की ओर से सूचना जारी होते ही रेलवे यूनियनों के होश उड़ गए हैं। हालांकि शुल्क को लेकर अंतिम निर्णय 15 जुलाई को होगा। उस दिन शुल्क निर्धारण की सूचना जारी की जाएगी।
यूनियन चुनाव को लेकर रेलवे बोर्ड की चुनाव आयोजन कमेटी ने देश भर के सभी यूनियनों से सुझाव भी मांगा है। सुझाव के आधार पर चुनाव प्रक्रिया में बदलाव किए जा सकते हैं । इस बारे में नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेन के जोनल सचिव और ईस्ट सेंट्रल रेलवे मेंस कांग्रेस के पूर्व मध्य रेल के महासचिव पीएस चतुर्वेदी का कहना है चुनाव में ऐसे यूनियन भी नॉमिनेशन फाइल कर देते थे जिनके पास संगठन नहीं है। यही वजह है इस बार नॉमिनेशन शुल्क में बढ़ोतरी की गई है। हालांकि कुल मतदान के 5 फीसद लाने वाले को नॉमिनेशन शुल्क वापस कर दिए जाते हैं। जमानत जब्त होने पर उस यूनियन की राशि उसकी राशि भी जब्त हो जाएगी। दूसरी ओर ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के संयुक्त सचिव एनके खवास ने कहा है-यूनियन चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं। शुल्क बढ़ोतरी का यूनियन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।