बीआइटी में एमर्जिग ट्रेंड्स एंड टेक्नलॉजी पर कार्यशाला
बीआइटी में एर्मिजंग ट्रेंड्स एंड टेक्नोलॉजी इन मेकेनिकल इंजीनियरिग पर कार्यशाला शुरु
सिदरी : बीआइटी सिदरी में टेक्यूप तीन के सौजन्य व आइआइटी-आइएसएम धनबाद के सहयोग से मेकेनिकल अभियंत्रण विभाग की ओर से सोमवार को एमर्जिग ट्रेंड्स एंड टेक्नलॉजी इन मेकेनिकल इंजीनियरिग पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आगाज हुआ। एनआइटी जमशेदपुर के प्रो. वीएन राय ने तकनीकी क्षेत्र में तीव्र गति से हो रही प्रगति को निर्माण की गुणवत्ता को बढ़ाने में सहायक बताया। उन्होंने यांत्रिक अभियंत्रण विभाग के लिए 3 डी प्रिटिग को नया तकनीक बतलाते हुए कहा कि इससे थ्री डायमेंशनल आबजेक्ट का निर्माण किया जा रहा है। इसका उपयोग कृषि, फारेंसिक, डेंटल और एरो स्पेस में किया जा रहा है। घटना अथवा दुर्घटना की स्थिति में क्षतिग्रस्त मानव के शरीर का थ्री डायमेंशनल आबजेक्ट तैयार किया जाएगा। इससे डीएनए जांच सहज हो जाएगी। इसी प्रकार क्षतिग्रस्त दांत का थ्री डायमेंशनल आबजेक्ट तैयार कर सहज ही पता लगाया जा सकता है कि दांत का आकार क्या होगा। मसूढ़ों के अंदर तक की स्थिति कैसी होगी। डॉ. वीएन प्रसाद ने ड्रोन तकनीकी पर व्याख्यान देते हुए कहा कि गैर चालक विमान की आधुनिक पहचान ड्रोन है। आज ड्रोन तकनीकी इतना एडवांस हो चुका है कि विज्ञान और शोध ड्रोन तकनीकी पर निर्भर है। भूगर्भीय तेल और गैस की खोज में ड्रोन का धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है। ड्रोन भूगर्भ में पहुंचकर वास्तविक स्थिति का पता लगाता है। वैज्ञानिक ड्रोन से एकत्र किए गए भूगर्भ जानकारियों के आधार पर प्राकृतिक गैस और तेल की खोज कर रहे हैं। कार्यशाला के कन्वेनर प्रो. संजय कुमार सिंह ने प्रो. वीएन प्रसाद का स्वागत किया। कार्यशाला के विषय वस्तु पर प्रकाश डाला। मौके पर कार्यशाला के कोआíडनेटर प्रो. एस कुमार, प्रो. सोमनाथ साहा आदि थे।