उजड़ गया आशियाना, तिरपाल के नीचे कट रही रात
नावागढ़: महेशपुर कोलियरी क्षेत्र के सिनीडीह- टुंडू मोड़ के पास बस्ती उजाड़े जाने के बाद
नावागढ़: महेशपुर कोलियरी क्षेत्र के सिनीडीह- टुंडू मोड़ के पास बस्ती उजाड़े जाने के बाद दर्जनों परिवारों ने तिरपाल के नीचे शनिवार की रात गुजारी। ये लोग यहां 30-40 वर्षों से बीसीसीएल की जमीन पर झोपड़ी बनाकर परिवार के साथ रह रहे थे। अचानक आशियाना उजड़ने के फरमान से इनकी नींद उड़ गई है। इनके सामने रहने के लिए छत और रोजगार की विकट समस्या उत्पन्न हो गई है।
भुक्तभोगियों ने बताया कि घर टूटने की ¨चता से मजदूरी करने भी नहीं जा पा रहे हैं, जिससे भुखमरी की समस्या भी आ पड़ी है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अलावा विधायक प्रतिनिधि शत्रुघ्न महतो और जिप प्रतिनिधि गौरचंद बाउरी से मिलकर समस्या से अवगत कराया है। उन्होंने बीसीसीएल अधिकारियों से बातचीत कर समस्या समाधान का अश्वासन दिया है।
बताया कि अश्वासन के बाद थोड़ी राहत जरूर हुई है लेकिन जब तक रहने का ठिकाना सुनिश्चित नहीं हो जाता है, तब तक बेचैनी बरकरार है। सोमवार को सामूहिक रूप से एक लिखित आवेदन स्थानीय बीसीसीएल प्रबंधन को देकर पुनर्वास की मांग करेंगे। अगर हमारी बात नहीं मानी जाएगी तो महिलाओं, बच्चों के साथ आंदोलन पर उतर जाएंगे।
प्रभावित लोगों में लक्ष्मी देवी, जलेश्वरी देवी, गुंजा देवी, सरिता देवी, पूजा देवी, मंजू देवी, गुलाबी देवी, वीणा देवी, बेली देवी, का¨लदी देवी, अमर नाथ मलाहकार, सुनीता कुमारी, रीना देवी, सुमित्रा देवी, कौशल्या देवी, उषा देवी, चंद्रमणि प्रसाद, शिवकुमार रजक, हरि शंकर यादव, कृष्ण साव, केशव साव, इंद्रजीत मलाहकार आदि शामिल हैं।