इस हाई स्कूल में शिक्षक नहीं, बच्चे ही लेते हैं क्लास
आरबीबी हाई स्कूल में नामांकित 1200 विद्यार्थियों की पढ़ाई का जिम्मा मात्र दो सरकारी शिक्षकों पर है, जबकि इस विद्यालय में 13 शिक्षक पद स्वीकृत हैं।
शुभंकर, राजगंज: राजगंज में एक हाई स्कूल ऐसा है, जहां शिक्षक नहीं, बच्चे ही अपने सहपाठियों को पढ़ाते हैं। आरबीबी हाई स्कूल में नामांकित 1200 विद्यार्थियों की पढ़ाई का जिम्मा मात्र दो सरकारी शिक्षकों पर है, जबकि इस विद्यालय में 13 शिक्षक पद स्वीकृत हैं। दो सरकारी शिक्षकों में एक प्रधानाध्यापक आनंद कुमार व दूसरे फुजैल अहमद हैं। जंतु शास्त्र के शिक्षक रामानंद प्रसाद सिन्हा मैट्रिक कॉपी मूल्यांकन के दौरान ब्रेन हेमरेज होने के कारण छुट्टी पर हैं। फुजैल उर्दू विषय के शिक्षक है। लगभग एक सौ विद्यार्थी इस विषय के हैं। आनंद कुमार अर्थशास्त्र के अलावा अंग्रेजी पढ़ाते हैं।
विद्यालय के पठन-पाठन में स्कूल के ही मेधावी छात्रों से सहयोग लिया जाता है। साथ ही दो युवक कर्मा सोरेन व अनंत कुमार मिश्रा शिक्षा दान दे रहे हैं। दोनों युवकों को प्रबंधन द्वारा कोई मेहनताना नही मिलता। यह उच्च विद्यालय जिले में स्थान रखता है। इस विद्यालय में एसएससी समेत कई प्रतियोगिता परीक्षाओं का सेंटर दिया जाता है। उच्च विद्यालय में मात्र दो शिक्षक की बात दैनिक जागरण आपके द्वार में लोगों ने प्रमुखता से उठाई था।
यहां ऐसे होती है पढ़ाई: शिक्षकों के अभाव में प्रधानाध्यापक आनंद कुमार ने मेघावी छात्रों को चुना। चयनित छात्र अपने पसंदीदा विषय को अपने ही क्लास के विद्यार्थियों को पढ़ते हैं। पढ़ाने वाले छात्रों की लिस्ट प्रबंधन ने तैयार की है, जो बारी बारी से क्लास लेते हैं।
ये विद्यार्थी ले रहे क्लास: वर्ग नवम के जय केशरी, आरती कुमारी, आशा कुमारी, लेखा कुमारी, निकिता, रूपेश तिवारी भूगोल विषय पढ़ा रहे है। आदित्य कुमार तिवारी अंग्रेजी विषय, रोहित
कुमार महतो गणित, समीर रवानी विज्ञान, बुधन साव ¨हदी, राहुल कुमार गोप गणित और विज्ञान पढ़ा रहे हैं। वर्ग दशम की मेधा सूची में शामिल काली चरण सोरेन, राजन कुमार रजक, सुमित कुमार दे, करण विश्वकर्मा, टुम्पा कुमारी, डॉली, शालू, प्रिया पाल व कृष्णा अपने वर्ग के साथियों को पढ़ा रहे हैं।
इन विषयों के शिक्षक नहीं: ¨हदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान के तीनों संकाय, सामाजिक अध्ययन में भूगोल, इतिहास, संस्कृत विषयों का शिक्षक विगत 10 वर्षो से नहीं हैं।