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रिलीफ डाइग्नोसिस केयर के संचालक पर डेढ़ करोड़ धोखाधड़ी का मुकदमा

धनबाद : सरायढेला रघुकुल के सामने रिलीफ डाइग्नोसिस केयर के संचालक डा. राजीव नयन, उनके पिता न

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Aug 2018 09:44 PM (IST)Updated: Sun, 12 Aug 2018 09:44 PM (IST)
रिलीफ डाइग्नोसिस केयर के संचालक पर डेढ़ करोड़ धोखाधड़ी का मुकदमा
रिलीफ डाइग्नोसिस केयर के संचालक पर डेढ़ करोड़ धोखाधड़ी का मुकदमा

धनबाद : सरायढेला रघुकुल के सामने रिलीफ डाइग्नोसिस केयर के संचालक डा. राजीव नयन, उनके पिता नवल किशोर सिंह तथा डाइग्नोसिस केयर के लेखापाल रामश्रय सिंह के खिलाफ एक सुनियोजित साजिश के तहत कंपनी का तकरीबन डेढ़ करोड़ रुपये धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। यह आरोप डाइग्नोसिस केयर की दो महिला साझेदार रूबी खातून तथा नेहा कुमारी ने लगाया है। पीड़िता रूबी खातून ने डा. राजीव नयन व उनके पिता नवल किशोर सिंह पर धक्का मुक्की करने व कपड़ा फाड़ कर सरेआम जलील करने का भी आरोप लगाया है। सरायढेला पुलिस पीड़िता की शिकायत पर उपरोक्त आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। रविवार को सरायढेला थाना के एक पदाधिकारी सुरेश बरौली मामले की छानबीन करने घटनास्थल पर पहुंचे और छानबीन की।

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क्या है आरोप

रिलीफ डाइग्नोसिस केयर की दो महिला साझेदारों ने लिखित शिकायत में बताया है कि रिलीफ डाइग्नोसिस केयर में वे दोनों 25-25 फीसदी की साझेदार हैं, जबकि डा. राजीव नयन अकेला 50 प्रतिशत का हकदार है। वर्ष 2013 में साझेदारी में व्यवसाय शुरू हुआ था। डा. राजीव नयन ने आश्वासन दिया था कि उन्हें इस व्यवसाय का पूरा अनुभव है और इसलिए सेंटर के संचालन की जिम्मेवारी अपने हाथों में ले ली। इसके बाद से ही घोटाले का खेल शुरू हो गया। लैब में जितने सामान खरीदे गए, उसके दाम बढ़ाकर रजिस्टर में दिखाए गए। डा. नयन रिलीफ सेल की राशि निजी खाते में जमा करते रहे। लैब के कैश बुक में भुगतान के नाम पर लाखों की निकासी नवल किशोर प्रसाद सिंह द्वारा की गई। पोस मशीन से जमा राशि भी डा. राजीव नयन अपने निजी खाते में डालते गए। प्रतिदिन के सेल के रिकॉर्ड का इंट्री भी बड़ी चालाकी से डिलीट कर देते हैं। यह खेल कंपनी के लेखापाल रामश्रय सिंह की मिलीभगत से पिछले चार सालों से चल रहा था। सेल्स सेंटर के एडमिन का पासवर्ड भी डा. नयन अपने ही पास रखे हुए हैं। शिकायत में बताया कि जब डाइग्नोसिस केयर के हिसाब में गड़बड़ी की सूचना हमदोनों पार्टनर को मिली, तो कंपनी के लेखापाल रामश्रय सिंह से पूछताछ की। इसके बाद पति के साथ डा. राजीव नयन से हिसाब पूछने के लिए गत तीन अगस्त को नेहरू कांप्लेक्स में गई। वहां डा. नयन व नवल प्रसाद सिंह अभद्रता से पेश आए और नवल किशोर सिंह ने धक्का मुक्की भी की। इस दौरान उनका कपड़ा भी फाड़ दिया। जब लोग जुटने लगे तो दोनों वहां से चले गए।

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साझेदारों का आरोप बेबुनियाद : डा. नयन

मामले को लेकर डा. राजीव नयन ने बताया कि किसी पर आरोप लगाना आसान है, पर साबित करना मुश्किल। साझेदारों ने मनगढ़ंत झूठा आरोप लगाया है। दरअसल, वह साझेदारों से अपने पिंड छुड़ाना चाहते हैं और इस वजह से दोनों गलत आरोप लगाकर हमें झूठे मुकदमा में फंसाना चाहते हैं। पुलिस जांच में पूरा मामला साफ हो जाएगा।


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