बोकारो, जेएनएन। लॉकडाउन के कारण मंगलुरू में फंसे 1161 प्रवासी मजदूरों व छात्रों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन शाम 3.50 बजे बोकारो पहुंची। ट्रेन में सबसे अधिक 833 मजदूर गिरिडीह के थे। इसके अतिरिक्त दुमका, साहेबगंज, गोड्डा, पलामू , हजारीबाग, रामगढ़, रांची, खुंटी, देवघर , कोडरमा , पाकुड़ , दुमका, धनबाद गढ़वा, जमशेदपुर, सरायकेला खरसांवा, पश्चिम सिंहभूम और जामताड़ा के श्रमिक शामिल हैं। सभी लोगों की जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने थर्मल स्कैनिंग एवं स्वास्थ्य जांच की। इसके बाद भोजन व पानी देकर विदा कर दिया गया। इस दौरान एसडीएम शशि प्रकाश सिंह के द्वारा सभी श्रमिकों का स्वागत किया गया एवं उनके सकुशल घर वापसी हेतु ढेरों शुभकामनाएं दी गयी।
प्रवासी मजदूरों और छात्रों को उनके गंतव्य तक जाने हेतु अलग-अलग जिलों की बस में बैठाकर बोकारो रेलवे स्टेशन से रवाना किया गया।
मेडिकल टीम को किया गया तैनात
मंगलूरू से आने वाले मजदूरों, छात्रों, तीर्थयात्री एवं अन्य लोगो को सही सलामत उनके घर तक पहुंचाने के लिए व्यापक व्यवस्था किया गया था जहां स्वास्थ्य विभाग के साथ रेलवे, रेलवे सुरक्षा बल, जीआरपी के साथ प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों की टीम को तैनात किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि सभी को संबंधित जिले में फिर से स्वास्थ्य परिक्षण कराया जाएगा। इसके बाद उन्हें 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन या जरूरत के अनुसारी सरकारी क्वॉरंटाइन में भेज दिया जाएगा।
सुरक्षा के दृष्टिकोण किए गए उपाय
श्रमिकों के आगमन को लेकर बोकारो स्टील सिटी रेलवे स्टेशन परिसर को पूर्ण रूप से सैनेटाइजड किया गया था एवं सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन हेतु जगह-जगह बेरिकेड्स कर गोल घेरा का निर्माण कराया गया था। इसके अलावे सुरक्षित व्यवस्था व विधि-व्यवस्था संधारण हेतु बोकारो रेलवे स्टेशन परिसर में पर्याप्त संख्या में मेडिकल टीम के साथ दण्डाधिकारी एवं सुरक्षाकर्मियों की तैनाती पूर्व से ही की गई थी।
इस दौरान निदेशक पीएन मिश्रा, पुलिस उपाधीक्षक सतीश चंद्र झा, डीएलसी हरेन्द्र कुमार सिंह, सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार पाठक, जिला परिवहन पदाधिकारी संतोष कुमार गर्ग, जिला योजना पदाधिकारी देवेश गौतम, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी जेम्स सुरीन, सीओ मनोज कुमार, दीवाकर द्विवेदी, डीके गौतम, पंकज दूबे, रुपेश कुमार तिवारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।