मद्धम रोशनी में मंच पर प्रस्फुटित हुई चाणक्य नीति
धनबाद : जिस सामाजिक एकता, राष्ट्रवाद और समाज की बात आज से 2400 साल पूर्व चाणक्य ने कही थी, उ
धनबाद : जिस सामाजिक एकता, राष्ट्रवाद और समाज की बात आज से 2400 साल पूर्व चाणक्य ने कही थी, उन मुद्दों को लेकर चाणक्य नाटक का मंचन न्यू टाउन हॉल में रविवार की शाम किया गया। चाणक्य की मुख्य भूमिका पद्मश्री मनोज जोशी ने अदा की। अपने प्रभावी अभिनय से चाणक्य को 1056वीं बार मंच पर जीवंत कर दिया। नाटक मंचन का आयोजन देवघर के सेवा फाउंडेशन की ओर से आयोजित किया गया था।
दो घंटे का यह नाटक दो भागों में बंटा था। पहले भाग में दिखाया गया कि किस प्रकार सिकंदर ने अखंड भारत पर कब्जा करने की सोची थी, पर चाणक्य नीतियों के कारण उसे वापस जाना पड़ा। दूसरे भाग में चंद्रगुप्त मौर्य के अखंड भारत का चक्रवर्ती सम्राट की गाथा को मंचित किया गया। तक्षशिला विद्यापीठ से शुरू हुई चाणक्य की यात्रा और नीतियों को सहज भावों के माध्यम से प्रस्तुत करने में साउंड, लाइट, सेट, रूप सज्जा, वेशभूषा के साथ कलाकारों के अभिनय ने अपना कमाल कर दिखाया।
उमस भरी गर्मी के बीच भी लोग नाटक देखने के लिए डटे रहे। नाटक प्रस्तुति से पूर्व मनोज जोशी ने चाणक्य के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि 2400 साल पूर्व भारत की सीमा इरान, अफगानिस्तान से लेकर श्रीलंका तक फैली हुई थीं। हर प्रांत अलग-अलग बंटा हुआ था, तब चाणक्य ने अखंड भारत में जाति के नाम पर हो रहे भेदभाव को मिटाते हुए सभी प्रांतों को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया। कार्यक्रम से पूर्व प्रदीप कौशिक जी महाराज ने बताया कि सेवा फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वावलंबन है।
लोगों के सहयोग से ही लिट्टीपाड़ा और देवघर में बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा देने का काम हो रहा है। लोगों से प्राप्त राशि बच्चों के काम आएगी और एक नए भारत का दीपक रोशन होगा। कार्यक्रम में सेवा फाउंडेशन के पदाधिकारियों के अलावा मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल, एसएसपी मनोज रतन चोथे, कोडरमा सांसद डॉ. रविंद्र राय, पूर्व मंत्री ओपी लाल, भाजपा नेत्री प्रो. सरिता श्रीवास्तव समेत शहर के गणमान्य और कला प्रेमी लोग उपस्थित थे।