Chittaranjan Locomotive Works: लॉकडाउन में भी नहीं थमे सीएलडब्ल्यू के पहिए, 102 कार्य दिवस में बना डाला 100 रेल इंजन
Chittaranjan Locomotive Works कोविड-19 काल के अप्रैल और मई महीने में भी 70 कार्य दिवसों में 50 रेल इंजन और अगले 50 रेल इंजन केवल 32 कार्य दिवसों में उत्पादित किया गया।
जामताड़ा, जेएनएन। Chittaranjan Locomotive Works भारतीय रेलवे की सहयोगी उत्पादन इकाई चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना (चिरेका) ने कोविड-19 के दौरान तमाम सुरक्षित नियमों का पालन करते हुए वित्तीय वर्ष 2020-21 में 100 वां विद्युत रेलइंजन का उत्पादन करने में सफल रहा। चिरेका द्वारा उत्पादित 100 वां रेलइंजन (डब्लूएजी9एचसी-32904) को मंगलवार को चिरेका महाप्रबंधक प्रवीण कुमार मिश्रा ने चिरेका साइडिंग से हरी झंडी दिखाकर राष्ट्र सेवा में समर्पित किया। इस दौरान कोविद-19 के सतर्कता और सुरक्षा नियमों का भी ख्याल रखा गया।
कोविड-19 काल के अप्रैल और मई महीने में भी 70 कार्य दिवसों में 50 रेल इंजन और अगले 50 रेल इंजन केवल 32 कार्य दिवसों में उत्पादित किया गया। इस तरह से वर्तमान वित्तीय वर्ष में 102 कार्य दिवसों में 100 रेल इंजन का निर्माण किया गया है। जबकि वित्तीय वर्ष 2019-20 में 97 दिनों में 100 रेल इंजन का निर्माण किया गया था। महाप्रबंधक प्रवीण कुमार मिश्रा के मार्गदर्शन से उत्पादन और आपूर्ति क्षमता को गति मिल रही है। आशा है कि चिरेका चालू वित्तीय वर्ष में फिर से एक नया लक्ष्य को पार करते हुए मील का पत्थर साबित होगा।
मालूम हो कि चिरेका ने 2018-19 और 2019-20 में क्रमश: 402 और 431 इलेक्ट्रिक इंजन का उत्पादन करके विश्व कीर्तिमान बनाया है। इंजन निर्माण की जो गति है उससे उम्मीद की जा रही है कि इस साल करीब 400 इंजन का निर्माण होगा।