दीपावली में 10 मेगावाट ज्यादा बिजली खपत होने की जताई जा रही है संभावना
दीपावली रोशनी का त्योहार है। और हर वर्ष धनबाद में इसे बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। बिना लाइटिंग और दीए के यह त्योहार अधूरा होता है क्योंकि यह लाइटिंग का त्योहार कहलाता है। इसी कारण खासकर दीपावली के दिन ज्यादा बिजली की खपत होती है।
जासं,धनबाद: खुशियों का त्यौहार में बिजली की खपत बढ़जा ती है। इस बार भी दीपावली में 10 मेगावाट ज्यादा बिजली खपत होने की संभावान है। इसको लेकर तैयारी शुरु कर दी गयी है। इस लोड को कांड्रा और डीवीसी से मिलने वाली बिजली में एडजस्ट किया जाएगा। त्यौहार में किसी तरह की बाधा नहीं हो इसके लिए टीम भी गठित किया जाएगा।गौरतलब हो कि धनबाद जिला में लोगों को 380 मेगावाट बिजली की जरुरत है। धनबाद सर्किल से 260 मेगावाट बिजली की खपत हो रही है। डीवीसी को ओर से फुल लोड बिजली मिल रही है। 50-60 मेगावाट बिजली कांड्रा से मिल रही है।
पर्व को लेकर मेंटेनस कार्य भी शुरु: दीपावली को लेकर झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड ने मेंटेनस कार्य शुरु कर दिया है। इसको लेकर जिला भर की बिजली आपूर्ति में बाधा उतपन्न होने लगी है। आज भी बिजली विभाग अपने कई फीडर बंद करके अलग - अलग कार्य कर रहा है इसमें सुबह सात बजे से 11 बजे तक लाइन शिफ्टिंग और जर्जर तार को बदला जा रहा है। इसके कारण बैंकमोड़, झरिया रोड समेत कई इलाकों में बिजली गुल है। वहीं पॉलिटेक्निक सब स्टेशन से जुड़े न्यू बारामुड़ी फीडर क्षेत्र में सुबह दोपहर एक बजे से तीन बजे तक कैबल बदलने का कार्य किया जाएगा जिसके चलते इन इलाकों में बिजली नहीं रहेगी। मनईटांड, पुराना बाजार, गांधीनगर, धैया में भी अगल- अगल कार्य के चलते बिजली कटी रहेगी।
बिजली कटने से बढ़ रही है परेशानी: बिजली कटने से हर लोगों को परेशानी हो रही है। मेंटनेस के नाम पर लगातार घंटो बिजली काटी जा रही है। डीवीसी भी अपने सर्किट को बंद कर दे रही है। सोमवार को भी ऐसा ही किया गया। डीवीसी ने पाथरडीह सर्किट बंद कर दिया जिससे पीएमसीएच इलाके में बिजली चली गयी। बाद में हीरापुर से लेकर फीडर को चालू किया गया और इन इलाकों में बिजली दी गयी।