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योग प्राचीन परंपरा का अमूल्य हिस्सा

बंधा दुर्गा मंदिर में पतंजलि योग समिति युवा भारत संगठन द्वारा संचालित शिविर का मूल्यांकन बुधवार को राज्य कार्यकारिणी सदस्य अनुज त्यागी व युवा प्रभारी सत्येंद्र कुमार योगवीर ने किया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Sep 2019 08:55 AM (IST)Updated: Thu, 26 Sep 2019 08:55 AM (IST)
योग प्राचीन परंपरा का अमूल्य हिस्सा
योग प्राचीन परंपरा का अमूल्य हिस्सा

देवघर : बंधा दुर्गा मंदिर में पतंजलि योग समिति युवा भारत संगठन द्वारा संचालित शिविर का मूल्यांकन बुधवार को राज्य कार्यकारिणी सदस्य अनुज त्यागी व युवा प्रभारी सत्येंद्र कुमार योगवीर ने किया। मौके पर योग शिक्षकों ने इन दोनों का जोरदार स्वागत किया। शिविर में उपस्थित सभी लोगों को योगाभ्यास कराया गया और उन्हें योग के बारे में जानकारी दी गई। कहा कि योग प्राचीन परंपरा का अमूल्य हिस्सा रहा है। योग करने से शारीरिक व मानसिक अनेक फायदे होते हैं। यह हम पंच तत्वों से बने मनुष्य को प्रकृति से जोड़ता है। नियमित योग करने से शरीर के सभी अंग सुचारु रूप से कार्य करते हैं। योग के विभिन्न आसनों से शरीर के अलग-अलग हिस्सों को फायदा पहुंचता है।

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नियमित योग करने से मिलत है लाभ: योग को लेकर बताया गया कि छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग व्यक्ति तक कोई भी योग के साथ आसन कर सकता है। जब तक नियमित योग करेंगे, तब तक इसके लाभ मिलते रहेंगे। किसी कारणवश जब नहीं भी कर पाएं तब भी इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं। आपको केवल इतना ध्यान रखना है कि आपको यदि शरीर के किसी हिस्से में पहले से कोई परेशानी है, तब ऐसा कोई आसन न करें, जो कि किसी भी प्रकार से परेशानी वाले हिस्से को प्रभावित करता हो। वहीं युवा प्रभारी सत्येन्द्र योगवीर ने योग के साथ एक्यूप्रेशर के माध्यम से कठिन बीमारी का इलाज बताया। शिविर में अशोक चौधरी, रंजीत केशरी, रमेश पांडेय, सच्चिदानंद मंडल, शंकर सिंह, दामोदर बरनवाल, बिदु पाठक, किरण देवी, सुधा रानी, मनोरमा देवी आदि मौजूद थे।


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