सात व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर आयकर विभाग की दबिश
देवघर : आयकर विभाग अब वैसे कारोबारियों पर हाथ डाल रहा है जिनका कारोबार तो लाखों
देवघर : आयकर विभाग अब वैसे कारोबारियों पर हाथ डाल रहा है जिनका कारोबार तो लाखों में है लेकिन वे टैक्स उस अनुपात में नहीं देते। जिनका ज्यादा काम कच्चे पेपर में ही होता है। इसके तहत गुरुवार को धनबाद व देवघर की संयुक्त आयकर की टीम ने यहां के सात व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में सर्वे का काम एक साथ शुरू किया। जिन जगहों पर सर्वे का काम चल रहा है उनमें यहां के पार्वती पेड़ा भंडार की दो दुकान, काशी साह एंड सन्स पेड़ा भंडार, महावीर साह पेड़ा भंडार, गंगा साह महावीर साह पेड़ा भंडार के अलावा भोला पंडा पथ स्थित होटल गंगा पैलेस व घुंघट ¨सदूर फैक्ट्री शामिल हैं। आयकर विभाग के संयुक्त निर्देशक मानस मंडल के नेतृत्व में चलाए गए अभियान के दौरान अब तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक ये सभी काफी समय से टैक्स की चोरी कर रहे हैं। अधिकांश काम कच्चे में होता है। टैक्स के नाम पर महज खानापूर्ति की जाती है। जबकि इन पर काफी टैक्स बनता है। हालांकि सर्वे पूरा होने के बाद ही इसका पूरा आंकलन हो पाएगा। आयकर अधिकारियों ने इन जगहों से काफी कागजात भी जब्त की है जिसके आधार पर आगे की जांच की जाएगी। टीम में सहायक आयकर आयुक्त देवघर सावंती भट्टाचार्या, धनबाद के सहायक आयकर आयुक्त राजीव छाबड़ा, आयकर अधिकारी केदारनाथ, यूएस चौबे, रंजन गर्ग, रिव कुमार, एसएन झा शामिल थे।
वर्जन
ऐसे टैक्स चोरी करने वालों की सूची लंबी है। जल्द ही कई अन्य प्रतिष्ठानों को भी जांच के दायरे में लाया जाएगा। अगर कारोबारी कार्रवाई से बचना चाहते हैं तो वे 15 सितंबर तक एडवांस टैक्स जमा करा सकते हैं। टैक्स देने वालों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। लेकिन जो लोग टैक्स की चोरी करेंगे उनके खिलाफ अब विभाग सख्त रवैया अपनाने वाला है। मानस मंडल, संयुक्त आयकर आयुक्त, धनबाद