सामूहिक पहल से बाल विवाह पर अंकुश संभव
विवाह बच्चों का खेल नहीं कार्यक्रम के तहत पंचायती राज प्रतिनिधियों का एक दृश्य उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन प्रखंड क्षेत्र के नीड्स आरटीपी मधुबाड़ी में नीड्स के कार्यक्रम प्रबंधक मधु कुमारी की देखरेख में आयोजित हुई।
सारवां : विवाह बच्चों का खेल नहीं कार्यक्रम के तहत पंचायती राज प्रतिनिधियों का एक दृश्य उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन प्रखंड क्षेत्र के नीड्स आरटीपी मधुबाड़ी में नीड्स के कार्यक्रम प्रबंधक मधु कुमारी की देखरेख में आयोजित हुई। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला पंचायती राज पदाधिकारी रणवीर कुमार सिंह, प्रशिक्षक विनोद बिहारी सिंह समेत विभिन्न पंचायत से उपस्थित मुखिया ने दीप प्रज्वलित कर किया। मौके पर बाल विवाह के दुष्परिणामों पर प्रकाश डाला गया। बताया गया कि बाल विवाह होने से कई प्रकार के शारीरिक कष्टों से किशोरियों को गुजरना पड़ता है। समाज में फैली भ्रांतियों के कारण सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियों की शादी कम उम्र में करने की परंपरा को रोकने की आवश्यकता है। इसके लिए इसकी मुख्य कड़ी समाज के जनप्रतिनिधि एवं प्रबुद्धजन हैं। इनके माध्यम से बाल विवाह जैसी कुरीतियों पर रोक लगाई जा सकती है प्रशिक्षक विनोद बिहारी सिंह द्वारा विस्तार से प्रजनन स्वास्थ्य एवं यौन स्वास्थ्य पर जानकारी दी गई। इसके माध्यम से बताया गया कि कम उम्र में शादी करने किस-किस समस्याओं का सामना महिलाओं को करना पड़ता है। पंचायती राज पदाधिकारी ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों से बाल विवाह जैसी कुरीतियों पर रोक लगाने को लेकर आवश्यक पहल करने को कहा। कहा कि समाज में फैले बाल विवाह जैसे कुरीतियों पर रोक समाज के सजग व जागरूक लोग ही रोक लगा सकते हैं। इसके लिए समाज के बुद्धिजीवियों एवं शिक्षित वर्ग को जागरूक होने की आवश्यकता है। इस अवसर पर मुखिया जयप्रकाश राय, कृष्णानंद वर्मा, अशोक वर्मा, खुशबू कुमारी, प्रेमलता देवी, शांति देवी, सुजाता देवी, पंचायत समिति सदस्य अर्जुन यादव, समाजसेवी लालू मिश्रा उपस्थित थे।