यहां पानी के लिए प्रतिदिन निकलता जुलूस
संवाद सहयोगी लोयाबाद लोयाबाद थाना के समीप जुलूस की शक्ल में पहुंचते हैं लोग। बूढ़े-बच्चे मि
संवाद सहयोगी, लोयाबाद : लोयाबाद थाना के समीप जुलूस की शक्ल में पहुंचते हैं लोग। बूढ़े-बच्चे, महिला-पुरुष, सभी झुंड बनाकर यहां आते हैं। इस जुलूस की खासियत यह है कि इसका कोई नेता नहीं होता है। सुबह, शाम की बात अगर छोड़ भी दी जाए तो रात के अंधेरे में भी लोगों के आने जाने का सिलसिला जारी रहता है। मदनाडीह सात नंबर, लोयाबाद आठ नंबर, मदनाडीह बस्ती सहित विभिन्न मोहल्ले के लोग लोयाबाद थाना के समक्ष जमा होते हैं। इसमें हैरत की कोई बात नहीं। यह सिलसिला सालों से चलता आ रहा है। यह जुलूस घोर जलसंकट का परिणाम है। जो प्रशासन, निर्वाचित जन प्रतिनिधि को कटघरे में खड़ा कर रहा है। यह जुलूस थाना के सामने लगे नल से एक बाल्टी पानी के लिए निकलता है। लोग एक-एक कर जुलूस के शक्ल में वहां पहुंचते और जमा होते हैं। एक तरह से वे विरोध भी जताते हैं ताकि जन प्रतिनिधियों व संबंधित विभाग के अधिकारियों की नजर उन पर पड़े। इस इलाके में जो पेयजल की जटिल समस्या है वह समाधान हो जाए। दरअसल में लोयाबाद व आसपास के क्षेत्रों में पानी की घोर किल्लत है। पड़ रही इस भीषण गर्मी में लोगों को पेयजल तो क्या पिट वाटर भी मयस्सर नहीं हो पा रहा है। लोयाबाद बीस नंबर, छह नंबर, पांच नंबर सेंद्रा, मदनाडीह, मदनाडीह बस्ती, कनकनी हनुमान बाजार, कनकनी चौहान पट्टी, लोयाबाद बाजार, बांसजोडा 12 नंबर, बांसजोडा बाजार, एकड़ा बस्ती सहित अन्य क्षेत्रों में पानी के लिए त्राहिमाम मचा हुआ है। समरसेबल पंप जल जाने से पिट वाटर भी लोगों को नहीं मिल पा रहा है। मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखकर पानी के लिए मारे मारे फिर रहे हैं। एक बाल्टी पानी के लिए यहां पर मारामारी होती है। एक बाल्टी पानी के लिए यहां पर कतारबद्ध होकर बच्चे, बूढ़े, औरत, मर्द, नौजवान जुटते हैं। सड़क के नीचे स्थित नल पर सुबह, शाम व रात के अंधेरे में भी पानी के लिये यहां पर भीड़ लगी रहती है। देर रात को भी साइकिल से गैलन डेगची, बाल्टी आदि लेकर पानी के लिए कतार में लोग लगे रहते हैं। रात में अगर कोई न बताए तो यह पता नहीं चलता है कि थाना के समक्ष हर रोज क्यों भीड़ जुटती है? पानी के लिए परेशान लोग बताते हैं कि 40 सालों से इन इलाकों के लोग जलसंकट से जूझ रहे हैं। पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए न तो अब कोई अधिकारी सामने आया है और न ही कोई जन प्रतिनिधि। चुनाव का मौसम आते ही नेताओं की फौज आते हैं और जल संकट से निजात दिलाने के पूरा आश्वासन देते हैं। चुनाव परिणाम आते ही नेता गायब हो जाते हैं और जनता फिर अपने को ठगा महसूस करती हैं।
------------
पानी की विकराल समस्या है। रमजान के महीने में रोजा रखकर पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है। नल पर पानी भरने को लेकर कभी कभी मारपीट की नौबत आ जाती है।
मो. निसार अंसारी पानी का घोर अभाव है। कोई जन प्रतिनिधि या विभागीय अधिकारी के द्वारा आज तक पानी की समस्या की समाधान के लिए कोई पहल नहीं किया गया है। पानी भरने के दौरान लोगों में अक्सर नोकझोंक हो जाती है।
मुख्तार अंसारी, भीषण गर्मी में तालाब, कुआं, चापाकल सभी सूख गया है। बीसीसीएल प्रबंधन या पार्षद द्वारा पानी की समस्या के समाधान के लिए ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वे लोग काफी परेशान हैं।
राजेश बाउरी पानी ढोकर लाना पड़ता है। घरेलू कार्य के लिए सेंद्रा से पिट वाटर तथा पीने का पानी थाना के पास लगा नल से ढोते हैं। पानी नहीं मिल पाने पर खरीदना भी पडता है। इस भीषण गर्मी पानी के लिए काफी परेशान हैं। कोई मदद करने वाला नहीं है।
छवि देवी
----------
समरसेबल पंप ठीक होने में 10-12 दिन और लगेगा। झामाडा द्वारा भी जलापूर्ति की जाती है। पानी की तो काफी जटिल समस्या है। टैंकर के माध्यम से किसी हद तक पानी की समस्या को कम करने की कोशिश की जा रही है।
एके सिंह, पीओ लोयाबाद
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप