नगर आयुक्त के खिलाफ वार्ड पार्षदों का भड़का गुस्सा, नारेबाजी
पार्षदों का कहना था कि नगर आयुक्त का उनलोगों से नहीं मिलना बेहद खेदजनक है। इसका सीधा असर निगम क्षेत्र में विकास कार्य पड़ेगा।
जागरण संवाददाता, देवघर: पूर्व से तय कार्यक्रम के अनुसार बैठक में शामिल होने पहुंचे पार्षद जब नगर निगम कार्यालय पहुंचे तो यहां नगर आयुक्त से उनलोगों की मुलाकात नहीं हो पाई। काफी देर तक इंतजार करने के बाद नगर आयुक्त कार्यालय नहीं पहुंचे। इसको लेकर पार्षदों का गुस्सा भड़क उठा। बाद में नगर आयुक्त के रवैये से नाराज पार्षदों ने जमकर नारेबाजी की। इन पार्षदों का कहना था कि नगर आयुक्त का उनलोगों से नहीं मिलना बेहद खेदजनक है। इसका सीधा असर निगम क्षेत्र में विकास कार्य पड़ेगा। पार्षदों ने कहा कि जब नगर आयुक्त कार्यालय नहीं पहुंचे तो उनसे फोन पर संपर्क करने का भी प्रयास किया गया। नगर आयुक्त ने सभी पार्षदों की बजाय प्रतिनिधि से मिलने की इच्छा व्यक्त की। इसी को लेकर पार्षदों में नाराजगी रही। वहीं पार्षदों का कहना था कि निगम की ओर से निकाली गई निविदा में सभी वार्डो का ख्याल नहीं रखा गया। उनलोगों की मांग केवल इतनी है कि सभी वार्डो को समान रूप से विकास की योजना को आवंटित किया जाए।
वहीं बाद में नगर आयुक्त के रवैया से नाराज वार्ड पार्षदों ने 19 सितंबर को धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। इसको लेकर पार्षदों ने धरना से संबंधित जानकारी अनुमंडल पदाधिकारी को भी दे दी है। विरोध करनेवालों में वार्ड पार्षद कन्हैया झा उर्फ आशीष झा, रवि कुमार राउत, बिहारी महतो, कार्तिक यादव, राजेंद्र दास, प्रेमानंद वर्मा, डॉली देवी, सुनिता देवी, चंदा कुमारी, कन्हैया दुबे, शहनाज प्रवीण सहित अन्य पार्षद व पार्षद प्रतिनिधि थे।