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गोचर जमीन पर पौधरोपण कराए जाने का ग्रामीणों ने किया विरोध

मोहनपुर प्रखंड के मयूरनाच गांव में वन विभाग द्वारा गोचर भूमि पर पौधारोपण कराए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश है। आक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार को कार्यस्थल पर कार्य रोक दिया और वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

By JagranEdited By: Published: Sun, 02 Aug 2020 08:25 PM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 06:17 AM (IST)
गोचर जमीन पर पौधरोपण कराए जाने का ग्रामीणों ने किया विरोध
गोचर जमीन पर पौधरोपण कराए जाने का ग्रामीणों ने किया विरोध

संवाद सहयोगी मोहनपुर, देवघर: मोहनपुर प्रखंड के मयूरनाच गांव में वन विभाग द्वारा गोचर भूमि पर पौधारोपण कराए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश है। आक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार को कार्यस्थल पर कार्य रोक दिया और वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

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ग्रामीण अखिलेश यादव, महेंद्र सिंह समेत कई ने सामूहिक रूप से कहा कि मौजा मयूरनाच के प्लॉट नंबर 78 और 620 रकवा 28 एकड़ 26 डिसमल जो 1932 के खतियान में गोचर भूमि कह कर दर्ज है उस जमीन पर गांव के मवेशियों को चराया जाता है। लेकिन वन विभाग ने इसपर जबरन पौधारोपण करने लिए जेसीबी मशीन से ट्रेंच कटवाया जा रहा है, जबकि गांव में वन प्रबंधन समिति का गठित है और दिलचस्प बात यह कि समिति के सदस्यों को किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई है। कहा कि इस मौजा में पर्याप्त जमीन है जो खाली है लेकिन वनपाल अनिल कुमार मंडल मनमाने ढंग से गोचर जमीन पर ही पौधारोपण कराने की तैयारी में है।

आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि अगर वन विभाग जोर-जबरदस्ती करता है तो यहां के लोग सड़क पर उतर कर विरोध करेंगे। इस संबंध में प्रभारी वनपाल अनिल कुमार मंडल ने कहा कि जमीन पहले गोचर था, लेकिन अब इसका नेचर बदल गया है और अब यह सुरक्षित वन प्रकृति की जमीन है। इसलिए वन महकमा यहां पौधरोपण करवा रहा है।


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