जयंती पर शिद्दत से याद किए जेपी
संपूर्ण क्रांति के अगुवा लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 117वीं जयंती शुक्रवार को शहर के थाना मोड़ स्थित जेपी प्रतिमा के समक्ष मनाई गई।
मधुपुर : संपूर्ण क्रांति के अगुवा लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 117वीं जयंती शुक्रवार को शहर के थाना मोड़ स्थित जेपी प्रतिमा के समक्ष मनाई गई। समाजसेवी, शिक्षक, नौजवान, छात्र, महिला व मजदूरों ने जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। संपूर्ण क्रांति का नारा है भावी इतिहास हमारा है, अंधेरे में तीन प्रकाश गांधी, लोहिया-जयप्रकाश। लोकनायक जयप्रकाश अमर रहे आदि नारे लगाते हुए लोगों ने जेपी को याद किया। मौके पर वरिष्ठ समाजकर्मी अरविद कुमार ने कहा संपूर्ण क्रांति कोई गद्दी की लड़ाई नहीं है। सत्ता हथियाने की लड़ाई नहीं बल्कि व्यवस्था परिवर्तन और नव निर्माण की लड़ाई है। अस्तानन्द झा ने कहा संपूर्ण क्रांति के नारा को सार्थक करना होगा। आज देश में भयावह स्थिति है। युवा समाजकर्मी कुंदन कुमार भगत ने कहा यहां लड़ाई पक्ष और विपक्ष की नहीं बल्कि संपूर्ण क्रांति जनपक्ष की है। हमें जनपक्ष के लिए आगे आना होगा। संपूर्ण क्रांति का मोर्चा राजधानी में नहीं बल्कि हर शहर और गांव-गांव में होने चाहिए। व्यवस्था परिवर्तन और नव निर्माण की लड़ाई हर कार्यालय, विद्यालय, खेत-खलिहान में जरूरी है। शिक्षाविद पंकज पीयूष ने कहा हम जेपी के सपनों का समाज बनाना चाहते हैं। सभी मोर्चों पर बदलाव ही संपूर्ण क्रांति होगी। इसके लिए छात्र-नौजवानों को आगे आना होगा। मौके पर श्रीकिसुन, व्यास प्रसाद राय, स्टेशन प्रबंधक एसके सिन्हा, अबरार ताबिदा, सीमा कुमारी, विजय, सीमांत सुधाकर, महेश मिश्रा, जयप्रकाश, तुहीन पाल, राणा चटर्जी, जाबेद इस्लाम, महानंद दास, सुभाष, धर्मेंद्र, पवन भगत, कन्हैया श्रीवास्तव व अन्य मौजूद थे।