deoghar news ठंड से बचने को विक्षिप्त महिला ने मंदिर के ध्वज को जलाया
सारठ-चितरा सड़क पर मोदीबांध गांव की घटना। बजरंग मंदिर में आग लगने की खबर से सनसनी। पूरे मंदिर में लगे चालीस झंडे जलते हुए देख ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। हालांकि आग किसने लगाई इसकी जब जांच की गई तो एक व्यक्ति दिखा जो हाथ में केसरिया झंडा पकड़े था।
संवाद सहयोगी,सारठ (देवघऱ) : सारठ-चितरा मुख्य पथ के पास मोदीबांध गांव के बजरंगबली मंदिर में आग लगने से मंदिर के बाहर लगे 40 ध्वजा, प्रतिमा को पहनाए गए वस्त्र व पूजा सामग्री जल गई। पंसस मिथलेश सिन्हा द्वारा सूचना देने पर एसडीपीओ धीरेन्द्र नारायण बंका, थाना प्रभारी शैलेश पांडे, एएसआइ अरविंद सिंह, विशम्भर विश्वकर्मा ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की। एसडीपीओ ने घटना की ग्रामीणों से जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने रात करीब ढाई बजे मंदिर का ध्वजा जलते देखा। हल्ला हाने पर सभी ग्रामीण वहां जमा हो गए। देखा कि मंदिर के सामने लगे करीब 40 झंडे जल चुके थे।
वहीं मंदिर के अंदर बजरंगबली की प्रतिमा को पहनाए गए वस्त्र व पूजा सामग्री भी जल गई। धुआं से प्रतिमा भी खराब हो गई। एसडीपीओ ने थाना प्रभारी को जले हुए झंडे को जब्त करने का निर्देश दिया। मंदिर में आग लगने को लेकर तरह-तरह की चर्चा होने लगी कि मंदिर में आग कैसे लगी। कहीं किसी शरारती तत्वों ने तो आग नहीं लगा दी। इसी बीच एक विक्षिप्त महिला वहां पहुंच गई। महिला के हाथ में केसरिया झंडा था। उसके हाथ में सिंदूर लगा था। लोगों को शक हुआ कि कहीं इस महिला ने ही मंदिर में आग नहीं लगा दिया।
पुलिस व ग्रामीण के द्वारा पूछताछ करने पर महिला ने बताया कि रात में मंदिर आई थी। ठंड से बचने के लिए मंदिर के ध्वजा में आग लगा दी। घटना का भेद खुलने पर पुलिस व ग्रामीण दोनों ने राहत की सांस ली। मौके पर बानेश्वर झा, महेंद्र झा, विजय झा, मंगलेश्वर झा, मनोज झा, त्रिपुरारी झा, सोहन झा समेत अन्य मौजूद थे।