मुलाजिम बन सीखा धंधे का तरीका, फिर बने शातिर
धनबाद के कोयला व्यवसायी का लाखों रुपये हजम करने के फर्जीवाड़े में चितरा की पुलिस ने सोमवार को रोशन कुमार सिन्हा शशिकांत सिन्हा व सत्यनारायण सिन्हा को गिरफ्तार जेल भेज दिया है।
चितरा : धनबाद के कोयला व्यवसायी का लाखों रुपये हजम करने के फर्जीवाड़े में चितरा की पुलिस ने सोमवार को रोशन कुमार सिन्हा, शशिकांत सिन्हा व सत्यनारायण सिन्हा को गिरफ्तार जेल भेज दिया है। इस मामले में त्रिकुटा इंटरप्राइजेज के मालिक सरायढेला निवासी धीरज राय बयान पर एक मामला दर्ज कराया गया है जिसमें तीनों पर आरोप है कि इन्हें जनवरी 2019 में कोयला उठाव कराने की जिम्मेवारी दी गई थी। इसी दौरान रोशन, शशिकांत और सत्यनारायण में मिलकर लाखों का कोयला बेच दिया और पैसा अपने कब्जे में कर लिया। इस संबंध में धीरज ने यहां आपस में मामला सुलह कराने को लेकर पंचायती कराने की कोशिश भी की लेकिन बात नहीं बनीं। पंचायती के उपरांत तीनों के द्वारा दिया गया चेक बार-बार बाउंस होता गया। थक-हार कर धीरज ने तीनों के खिलाफ थाने में फर्जीवाड़ा करने का मामला दर्ज कराया गया। पुलिस ने जब इन तीनों के बारे में जानकारी हासिल किया तो पता चला कि ये तीनों शातिर आर्थिक अपराधी हैं।
बताया जाता है कि सत्यनाराण सिन्हा पहले चितरा खदान में सत्तू-मुढ़ी व नाश्ता का दुकान चलता था। रोशन सिन्हा और शशिकांत सिन्हा दोनों यहां के एक कोयला व्यवसायी के अधीन काम करता था। यहीं से दोनों ने कोयला उठाव का सारा नियम कायदा और गुर सीखा फिर यहां से काम छोड़ कर कोयला व्यवसायियों का कोयला उठाव करने का धंधा करने लगा। नोटबंदी के दौरान पुराने नोट बदलने के एवज में इन लोगों ने आसनबनी के कई युवकों का लाखों रुपये हजम किया। इन लोगों का तार एटीएम चोरों से भी जुड़े होने की बात सामने आई है। वर्तमान समय में ये तीनों कई ट्रकों के मालिक हैं। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि कोयला उठाव के बहाने ये लोग व्यवसायियों का लाखों रुपये गबन कर चुके हैं।