हत्या के बाद भी पिता से मांगी जा रही फिरौती
कैंब्रिज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रांची में इंजीनियरिंग छात्र की मौत के बाद भी उनके पिता से फिरौती की रकम मांगी जा रही है।
प्रदीप सिंह/ संवाददाता, देवघर : कैंब्रिज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रांची में इंजीनियरिग के छात्र शहर के सलौनाटांड निवासी राहुल चौधरी की हत्या के बाद भी बुधवार को मृतक के पिता को धमकी देते हुए फिरौती की मांग की गई है। मृतक छात्र के पिता पप्पू चौधरी ने बुधवार को दैनिक जागरण से खास बातचीत में कहा कि उनके पुत्र की हत्या हो चुकी है, लेकिन अपराधी अब भी फोन करके धमकी दे रहे हैं और फिरौती की मांग भी कर रहे हैं। दहशत में डूबा पूरा परिवार पुत्र की हत्या से टूट चुका है। पप्पू चौधरी ने कहा कि उन्हें अपराधियों ने बुधवार को 12.11 बजे फोन किया और फिरौती की रकम दोपहर दो बजे तक लेकर गोड्डा आने को कहा। यह भी धमकी दी कि पैसा नहीं मिला तो बेटे को जान से मार देंगे। हालांकि पप्पू चौधरी ने अपराधियों से यह खुलासा नहीं किया कि उन्हें यह जानकारी हो चुकी है कि उनके पुत्र का शव पुलिस ने बरामद कर लिया है। उन्होंने जब यह बात कही कि उनके चारपहिया वाहन में अभी तक नंबर नहीं लगा है तो अपराधियों ने उन्हें मोटरसाइकिल से ही फिरौती की रकम लेकर गोड्डा पहुंचने के लिए कहा। इससे स्पष्ट है कि घटना का मुख्य सरगना अभी भी पुलिस पकड़ के बाहर है तथा उसे या तो इस बात की जानकारी नहीं है कि राहुल चौधरी के हत्या की खबर घरवालों को लग गई है, या फिर वह जान के अनजान बनकर गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। पुलिस का मानना है कि अपहरण के दिन ही राहुल चौधरी की हत्या कर दी गई थी। इसमें सच्चाई इसलिए भी लग रही है कि अपराधियों ने जब-जब पप्पू चौधरी को फोन किया, उन्होंने, उनसे राहुल से बात कराने की बात कही और यह भी हवाला दिया कि हम कैसे विश्वास करें राहुल उन लोगों के पास ही है, लेकिन एक बार भी अपराधियों ने राहुल से बात नहीं कराई। अलबत्ता एक बार यह कहकर टाल दिया कि राहुल को कहीं दूसरी जगह बंद करके रखा है, लोकेशन का पता नहीं चले, इसलिए वह बात नहीं करा सकते। गम व दहशत के माहौल में जी रहे राहुल के परिवारवाले सुरक्षा की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक घर पर किसी तरह की कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई है। पप्पू ने जागरण को बताया कि जिले के वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने उन्हें घर में रहने की हिदायत दी है। पुलिस पदाधिकारियों ने उनके भी अपहरण की आशंका जाहिर की है। इससे पूरा परिवार दहशत के माहौल में है। देवघर स्टेशन के समीप खैरागढ़ा में बुधवार को राहुल का अंतिम संस्कार किया गया। फोन में कोठिया का भी हुआ जिक्र
मृतक राहुल चौधरी के पिता पप्पू चौधरी के अनुसार राहुल मोबाइल से बात करते हुए सात अगस्त को घर से नौ बजे निकलकर पश्चिम दिशा की ओर से गया। घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में यह रिकार्ड है। पिता ने अपने विद्यालय में ध्वजारोहण के लिए पप्पू ने जो पैसे राहुल को दिए थे, उसे राहुल ने अपनी मां आशा देवी को दे दिया था। सात अगस्त को ही राहुल ने दोपहर 11 बजे अपने जीजा के मोबाइल पर फोन करके बहन व मां से बात की। रक्षाबंधन को लेकर बहन मायके में ही थी। राहुल ने मां से कहा कि वह काफी दूर आ गया है, घर पर जो कुरियर आया है, उसे ले लेगी। राहुल पूरी रात नहीं लौटा। अगले दिन शनिवार को दोपहर 12.09 बजे पप्पू चौधरी को मोबाइल पर फोन आया और फोन करनेवाले गंदी गालियां देते हुए शाम तीन बजे तक एक करोड़ फिरौती देने की मांग की। जब पप्पू ने पूछा कि फिरौती की रकम कहा पहुंचानी है तो उसने बोला कि शाम तीन बजे फोन करते हैं। इसी दौरान लगा कि फोन करने वाले के आसपास से किसी ने कोठिया बोला। तीन बजे फोन नहीं आया और पप्पू ने मामले की जानकारी देवघर थाना के पुलिस को दी। उसी दिन रात सात से आठ बजे के बीच फिर उसने पप्पू को फोन किया और गालियां देते हुए पूछा कि पैसे का प्रबंध हो गया है। पप्पू ने असमर्थता जाहिर की और सोमवार तक पैसे की व्यवस्था कर लेने की बात कही। रविवार को फोन नहीं आया। सोमवार को अपराह्न 2. 12 बजे फिर फोन आया और गाली देते हुए उक्त अपराधी ने धमकी दी कि पैसा शाम तक दो नहीं तो जान से मार देंगे। इसी दिन शाम 7.36 बजे फोन फिर आया और पूछा कि पैसा का जुगाड़ हो गया है। पप्पू ने बोला कि पांच लाख हो गया है, घर बेचकर पैसे का जुगाड़ कर रहे हैं, लेकिन राहुल से एक बार बात करा दो। अपराधियों ने राहुल से बात नहीं कराई। अगले सुबह छह बजे नगर थाना की पुलिस ने बुलाया और उन्हें राहुल की हत्या की जानकारी दी। यह भी बताया गया कि जिस दिन राहुल को उठाया गया था, उसी दिन उसकी हत्या हो गई थी।
ससुरालवालों पर भी पिता का संदेह
पप्पू ने बताया कि मृतक राहुल की शादी 28 अप्रैल 2019 को सिघवा निवासी सनोज महथा की पुत्री से हुई थी। तीन माह तक सब ठीक चला लेकिन इसके बाद दोनों में अनबन इस कदर बढ़ गई कि राहुल ने अपने पिता से कहा कि इस लड़की को छोड़वा दें तो उसका जीवन सुधर जाएगा। इसके लिए पप्पू ने समाज के लोगों से कई बार आरजू-मिन्नत की और 15 बार समाज के लोगों ने बैठकर पंचायत किया। 24 जुलाई को अंतिम बार पंचायत में तलाक पर फैसला हुआ और 18 लाख वधू पक्ष को देने पर सहमति बनी। इससे संबंधित लिखित कागजात भी तैयार की गई। पप्पू का कहना था कि तलाकनामा बनते ही वह सारा पैसा दे देंगे। पप्पू के अनुसार ससुरालवाले यह भी कहते थे कि पैसा लेंगे, तलाक भी नहीं देंगे और केस करेंगे। पप्पू ने बताया कि राहुल के ससुरालवालों ने यह धमकी दी थी कि जिस तरह उनकी बेटी ससुराल में नहीं रही, उसकी तरह उनका बेटा भी घर में नहीं रहेगा।