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50 हजार सुपारी देकर भाई ने कराई थी सुजीत की हत्या

देवघर : बमबम बाबा पथ निवासी सुनील कुमार उर्फ सुजीत कुमार सिन्हा की हत्या 50 की सुपारी देक

By JagranEdited By: Published: Mon, 28 Jan 2019 08:23 AM (IST)Updated: Mon, 28 Jan 2019 08:23 AM (IST)
50 हजार सुपारी देकर भाई ने कराई थी सुजीत की हत्या
50 हजार सुपारी देकर भाई ने कराई थी सुजीत की हत्या

देवघर : बमबम बाबा पथ निवासी सुनील कुमार उर्फ सुजीत कुमार सिन्हा की हत्या 50 की सुपारी देकर भाई ने ही कराई थी। इस मामले में नगर थाना पुलिस ने शूटर और रेकी करने वाला को गिरफ्तार कर लिया गया है। शूटर जमुई जिला के खैरा थाना के धर्मपुर निवासी बधुन तुरी व रैकी करनेवाला बांका जिले के शंभुगंज थाना क्षेत्र के गढ़ी कुरमा निवासी शिव कुमार उर्फ सिट्टो है। आरोपितों के पास से तीन मोबाइल फोन सहित अन्य सामान बरामद किया गया है। वहीं मामले में अन्य संलिप्त आरोपितों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।

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सुजीत के दूर के रिश्ते में भाई नीरज कुमार सिन्हा व उनके पिता अंजनी कुमार सिन्हा ने बदले की भावना में इस घटना को अंजाम दिलाया है। रिखिया थाना क्षेत्र के चिरोडीह स्थित एक जमीन को लेकर दोनों में विवाद चल रहा था।

एडवांस में मिला था 2300 रुपये

अंजनी कुमारी सिन्हा ने शूटर बूधन से सुजीत की हत्या करने के 50 हजार रुपये में सौदा तय किया था। एडवांस में 23 सौ रुपये दिए थे। हथियार भी अंजनी ने ही उपलब्ध कराया था। हत्या करने से पहले सुजीत का रैकी कराया गया था। अंजनी का नाती शिव कुमार ने शूटर के साथ मिलकर दो दिनों तक उसकी हर गतिविधि पर नजर बनाए हुआ था। वह बुधन को लेकर सुजीत के हर ठिकाने पर लेकर गया था। इसके बाद 17 जनवरी को हत्या करने की योजना थी, लेकिन इस दिन एक व्यक्ति उधर से गुजर रहा था। इसी वजह से सभी आरोपित वहां से लौट गए। अगले दिन बाइक पर सवार होकर बुधन, ¨टकू ¨सह व राजा ठाकुर वहां पहुंचे थे। सुजीत अपने घर पहुंचे। उसी दौरान उसकी हत्या कर दी गई। घटना को अंजाम देने के बाद नीरज कुमार सिन्हा सहित अन्य सभी आरोपित बंधा मोहल्ला में एक मकान में छिपकर बैठे थे। यहां से शिव कुमार बांका चला गया। बुधन वापस धर्मपुर चला गया। नीरज आसनसोल की ओर भाग गया था। अन्य आरोपित भी अपने सुरक्षित ठिकाने पर घर चले गए।

24 घंटे के अंदर पुलिस को मिला गया था सुराग

एसपी नरेंद्र कुमार ¨सह ने बताया कि घटना के बाद टेक्नीकल टीम की मदद से 24 घंटे के अंदर ही पूरा पता लगा लिया गया था। लेकिन आरोपितों का संबंध अंतर्राज्यीय होने की वजह से गिरफ्तारी में परेशानी हुई। जमुई जिला का खैरा थाना क्षेत्र नक्सल प्रभावित होने की वजह से छापेमारी करने में कुछ वक्त लगा। स्थानीय पुलिस का भी सहयोग बेहतर तरीके नहीं मिल पाया था। हालांकि नगर थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो के नेतृत्व में एएसआइ रामानुज ¨सह, श्रीकांत बाजपेयी व विजय कुमार मंडल सहित हवलदार परमानंद मंडल, आरक्षी अखिल कुमार पांडेय व उमेश कुमार यादव की टीम ने लगातार छापेमारी की कांड का उद्भेदन किया।

नामजद आरोपितों के खिलाफ दर्ज कराया गया था मामला

नगर थाने में ¨पकी सिन्हा के बयान पर सुजीत हत्याकांड को लेकर नीरज कुमार सिन्हा, उसके भाई सुमीत कुमार सिन्हा, पिता अंजनी कुमार सिन्हा सहित राधे मांझी को नामजद आरोपित बनाया गया था। हत्या का कारण जमीन विवाद बताया गया था।

अंजनी का घर तुड़वाना सुजीत को पड़ा महंगा

अंजनी सिन्हा व सुजीत के बीच जमीन विवाद बहुत दिनों से चल रहा था। इसी को लेकर नीरज कुमार सिन्हा ने सुजीत (मृतक) सहित अन्य लोगों के खिलाफ अपने भाई सुमीत का अपहरण का मामला दर्ज कराया था। अनुसंधान में यी मामला झूठा साबित हुआ और सुजीत को बरी कर दिया गया था। बाद में सुजीत ने बुलडोजर की मदद से नीरज का घर तोड़वा दिया था। इसी बात को लेकर नीरज व उनके पिता में आक्रोश था।


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