निफ्ट के छात्र करेंगे टेराकोटा समेत कई लोक कलाओं पर शोध
नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ फैशन एंड टेक्नोलॉजी के छात्र संताल परगना के देवघर और दुमका की लोककलाओं पर अध्ययन और शोध करेंगे।
देवघर : नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ फैशन एंड टेक्नोलॉजी के छात्र संताल परगना के देवघर और दुमका की लोककलाओं पर अध्ययन और शोध करेंगे। दुमका में मंदिरों का गांव के नाम से प्रसिद्ध मलूटी के मंदिरों में की गई टेराकोटा कला की नक्कासियों के अलावा जादोपेटिया व डोकरा आर्ट, मिट्टी व बांस से बनने वाली सामग्रियों से जुड़ी कला पर अध्ययन व शोध के लिए ये छात्र-छात्राएं इन दिनों देवघर व दुमका के भ्रमण पर हैं। इस दल के साथ चल रहे निफ्ट के सहायक व्याख्याता प्रो. दीप सागर वर्मा ने कहा कि पिछले वर्ष छात्रों को मधुबनी पेंटिग्स से रूबरू होने का अवसर मिला था। इस वर्ष इन्हें पांच दिवसीय भ्रमण के दौरान देवघर और दुमका में प्रसिद्ध टेराकोटा, जोदापेटिया, डोकरा के अलावा बांस व मिट्टी से तैयार सामग्रियों की कला का अध्ययन कराया जा रहा है। सभी छात्र-छात्राएं इन कलाओं की वर्तमान परिस्थतियों का गहन अध्ययन करने के साथ इस पर शोध भी करेंगे और इसका रिपोर्ट तैयार कर केंद्रीय टेक्साटाइल मंत्रालय को उपलब्ध कराएंगे ताकि भविष्य में इनकी बेहतरी के लिए बड़े फलक पर पहल हो सके। इसके अलावा छात्रों को इन कलाओं के जरिए अपने करियर संवारने का भी अवसर मिल सकेगा। बुधवार को छात्र-छात्राओं ने देवघर के नरेंद्र पंजियारा के द्वारा तैयार बैद्यनाथ कला की पेंटिग्स के अलावा बरमसिया में मिट्टी से तैयार होने वाली कलाकारी, बस स्टैंड देवघर व कोरियासा के समीप बांस से तैयार होने वाली सामग्री व कलाकारी का बारिकी से अध्ययन किया। जबकि गुरुवार को यह दल दुमका जाकर वहां टेरोकोटा, डोकरा व जोदोपेटिया कला से अवगत होंगा। मौके पर निफ्ट के सहायक व्याख्याता प्रो.कुमार विकास एवं रश्मि ठाकुर भी मौजूद थीं।