सावन के पहले सोमवार पर शिव मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु
सावन के पहले सोमवार पर शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। देवघर मंदिर के बाहर कई किलोमीटर लंबी लाइन लगी रही।
देवघर/रांची/दुमका, जेएनएन। सावन के पहले सोमवार पर झारखंड के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की लाइन लगी रही। वहीं, देवघर में पहली सोमवारी को बाबा मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी। मंदिर के बाहर कई किलोमीटर लंबी लाइन लगी रही। वहीं, सावन की पहली सोमवारी पर रांची के पहाड़ी मंदिर पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ रही। दुमका के बासुकीनाथ मंदिर में भी श्रद्धालु उमड़े।
द्वादश ज्योतिर्लिंग में एक बाबा बैद्यनाथ झारखंड के देवघर में स्थापित हैं। यहां एक महीना तक मेला लगा रहता है। विश्व में यह श्रावणी मेला के नाम से जाना जाता है। सुल्तानगंज से बाबाधाम के बीच 105 किमी की कांवड़ यात्रा देवघर में पूरी होती है। श्राइन बोर्ड के गठन के बाद रघुवर सरकार ने सुलभ दर्शन को लेकर इंतजाम में इजाफा किया है। रविवार की देर रात तक भक्तों की लंबी कतार दस किमी दूर कुमैठा तक पहुंच गई। सुबह 3:30 बजे बाबा मंदिर का कपाट आम भक्तों के लिए खोल दिया। इसके बाद से जल अर्पण किया।
बाबा मंदिर के निकास द्वार पर बाह्य अरघा भी लगा है, जिसके माध्यम से जलार्पण को लगभग दो किमी की लंबी कतार लगी है। सोमवार को डाकबम को कोई सुविधा नहीं देने के फैसले पर अडिग प्रशासन ने बाह्य अरघा में जलार्पण का आग्रह किया है। जिस गति से पूजा अर्चना चल रहा है उसी अनुपात में भक्तों का देवघर आने का सिलसिला बना हुआ है। आईजी, डीआईजी, डीसी, एसपी के अलावा दस हजार सुरक्षा बल देर रात से रूटलाइन में बने हुए हैं।
सोशल मीडिया पर आई शिकायत, सीएम ने तत्काल लिया संज्ञान
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सोशल मीडिया पर आई शिकायत पर तत्काल संज्ञान लेते हुए देवघर में एक श्रद्धालु की मदद की। मुख्यमंत्री ने दीपक को एक जागरूक नागरिक के रूप में मामला तत्काल संज्ञान में लाने के लिए धन्यवाद भी दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरतमंद श्रद्धालु तक देवघर जिला प्रशासन ने तत्काल एंबुलेंस पहुंचा कर उनके उचित चिकित्सा की सुनिश्चित की है।
आइजी सुमन गुप्ता ने रविवार को सर्किट हाउस में मेला ड्यूटी में तैनात डीएसपी व अन्य पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने पहली सोमवारी को लेकर की गई तैयारी की जानकारी ली। आइजी ने कहा कि हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इन कैमरों की मदद से सभी पर नजर रखी जाएगी। कंट्रोल रूम से पूरे मेला पर उनकी नजर रहेगी। सभी को कमर कसकर तैयार रहने को कहा गया है। जमीनी स्तर पर सभी ओपी प्रभारी व सेक्टर प्रभारी को आपस में तालमेल रखने को कहा गया है।
बैठक के दौरान पुराने लोगों के अनुभव से जानकारी ली गई और कुछ सुझाव भी दिए गए। पिछले वर्ष सोमवारी को कुछ देखते को मिला था, इसके आधार पर सुधार करने को कहा गया। इस बार बहुत से पुराने अधिकारी हैं तो कुछ नए भी आए हैं। सभी को आपस में तालमेल के साथ काम करने को कहा गया।
आइजी ने कहा कि प्रशासन का प्रयास रहेगा कि श्रद्धालुओं को सुगम तरीके से बाबा का दर्शन कराया जाए। छोटी-छोटी बातों पर भी ध्यान दिया जा रहा है। मेला के दौरान न कोई पदाधिकारी है और न कोई कर्मी। हर किसी को सेवाभाव से सेवक की तरह काम करना है। सभी ओपी प्रभारी को अपने-अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी बांट दी गई है। इस बार हर ओपी में सारी व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहेगी। किसी को भी किसी भी समय पर दूसरे का मुंह नहीं देखना पड़ेगा। वह खुद समस्या का समाधान निकालने में समक्ष रहेंगे। सभी ओपी में पीए सिस्टम उपलब्ध कराया गया है कि ताकि प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में अपनी बातों को अन्य कर्मियों व कांवरियों तक आसानी से पहुंचा सकें। सिर्फ सोमवारी ही नहीं मेला के अन्य दिनों के दौरान भी पूरी मुस्तैदी से काम करना है।