रमजान में मांगी गयी हर दुआ होती है कुबूल
संवाद सहयोगी मधुपुर (देवघर) पवित्र रमजान का महीना है। बड़े ही नहीं नन्हें रोजेदार भी प
संवाद सहयोगी, मधुपुर (देवघर): पवित्र रमजान का महीना है। बड़े ही नहीं नन्हें रोजेदार भी पूरी अकीदत के साथ रोजा रख रहे हैं। शहर के पनाहकोला मोहल्ला व धमना फतेहपुर गांव की रहने वाली नन्हीं रोजेदार भी रोजा रखने के साथ नमाज भी अदा करती हैं। पूछे जाने पर नन्हीं रोजेदारों ने बताया कि रोजा रखने में उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है। रमजान माह में जो दुआ मांगती हूं, वह पूरी होती है। अल्लाह सभी गुनाह माफ कर देते हैं।
रोजा रखना फर्ज : नन्हीं रोजेदार तहसीन नाज खान ने बताया कि रोजा रखना फर्ज है। उन्हें किसी भी तरह की परेशानी नहीं होती है। अपनी मम्मी के साथ इफ्तार खोलती हैं। बड़ों के साथ बच्चों को भी रोजा रखना चाहिए। नमाज के वक्त राष्ट्र की तरक्की और कोरोना वायरस को देश से भगाने की दुआ करती हूं।
बहुत सुकून मिलता : मदर्स इंटरनेशनल एकेडमी में कक्षा चतुर्थ की रोजेदार नौ वर्षीय नुजहत खाना ने बताया कि रोजा रखने में बेहद ही खुशी और सुकून हो रही है। अल्लाह ताला के लिए रोजा रखने में आनंद आता है। संध्या बेला में मम्मी पापा के साथ इफ्तार करने के बाद नमाज भी अदा करने के वक्त कोरोना संकट से झारखंड को निजात एवं भारत की खुशहाली की दुआ करती हूं।
अल्लाह ताला पूरी करते सभी मुराद : नन्हीं रोजेदार सात साल की रूखशाना खातून ने बताया कि रोजा रखने में बेहद ही खुशी हो रही है। रोजा रखने से अल्लाह ताला उनकी सभी मुरादों को पूरा करेंगी । अपने घर वालों के साथ इफ्तार व सेहरी करने में अच्छा लगता है।