स्कूलों की हो रही सफाई, छात्रों का इंतजार
फोटो033 राज्य सरकार के सभी स्कूलों को खोलने देने के फैसले के बाद पठन-पाठन की शुरू की
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राज्य सरकार के सभी स्कूलों को खोलने देने के फैसले के बाद पठन-पाठन की शुरू की गई तैयारी
संवाद सहयोगी, मधुपुर (देवघर): कोरोना की दूसरी लहर के कारण झारखंड सरकार ने 24 अप्रैल से लाकडाउन लगा दिया था। जिस कारण सभी सरकारी व गैर सरकारी शिक्षण संस्थान पूर्ण रूप से बंद पड़ा था। सरकार ने अनलाक के बाद सोमवार से कोविड-19 का पालन करते हुए विद्यालय खोलने का आदेश जारी कर दिया है। सरकार के गाइडलाइन के तहत छात्र-छात्राओं को अपने अभिभावकों से शपथ पत्र भरवाकर विद्यालय में कक्षा करने की अनुमति दी है। मधुपुर प्रखंड के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 18 उच्च विद्यालय, उत्क्रमित उच्च विद्यालय व सरकारी प्लस टू विद्यालय है। जिसमें मधुपुर महाविद्यालय भी शामिल है। इसके अलावा आठ सरकार से संबद्धता प्राप्त प्लस टू व दसवीं तक की विद्यालय संचालित है। सोमवार को सभी सरकारी उच्चतर विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति नगण्य रही इसका मुख्य कारण यह रही कि किसी भी छात्र छात्राओं द्वारा विद्यालय प्रशासन को अभिभावक द्वारा भरा गया शपथ पत्र जमा नहीं किया गया है। हालांकि सरकार ने नौ अगस्त से पूर्ण रूप से विद्यालय संचालन का आदेश दिया है। विभिन्न विद्यालयों का जायजा लेने के दौरान पाया कि विद्यालयों में साफ-सफाई का कार्य किया जा रहा है। ताकि कोविड-19 के तहत कक्षा का संचालन किया जा सकें। शहर के अंची देवी सर्राफ बालिका प्लस टू विद्यालय पहुंचे तो पाया कि सभी शिक्षक व कर्मचारी सौ प्रतिशत उपस्थिति के साथ शिक्षक-प्रकोष्ठ कक्ष में मौजूद थे। प्रभारी प्रधानाध्यापक कुलदीप चौधरी ने बताया कि विद्यालय की साफ-सफाई का कार्य किया जा रहा है। लेकिन अब तक कोई भी छात्रा अपने अभिभावक से शपथ पत्र के साथ कक्षा करने के लिए नहीं आई है। बताया कि कक्षा संचालन की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। जब छात्राएं शपथ पत्र लेकर आएंगी पठन-पाठन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि अभिभावकों की लिखित सहमति मिलने के बाद ही छात्र-छात्राएं पठन-पाठन करने के लिए विद्यालय आ सकती हैं।