श्रावणी मेलाः बाबा धाम से सुल्तानगंज तक भीड़ नियंत्रण का होगा पूरा प्रबंधन
बाबाधाम में भीड़ का दबाव बढ़ने की सूचना मिलते ही बिहार के होल्डिंग प्वाइंट पर कांवड़ियों को कुछ देर रोक लिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, देवघर। झारखंड के देवघर में श्रावणी मेला का शुभारंभ 27 जुलाई को होगा। सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर 105 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा कर बाबा बैद्यनाथ पर जलाभिषेक करने के लिए प्रतिदिन एक लाख की भीड़ को देखते हुए इसके नियंत्रण के लिए बिहार-झारखंड के सीमावर्ती जिलों के आलाधिकारियों की समन्वय बैठक मंगलवार को हुई। परिसदन में आयुक्त संताल परगना डॉ. प्रदीप कुमार की अध्यक्षता में यह बैठक हुई। आयुक्त ने कहा कि भीड़ को देखते हुए सूचनाओं का आदान प्रदान तत्काल होगा। देवघर में मानसरोवर तट पर पहली बार इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम बन रहा है, जो चौबीस घंटा संचालित होगा।
यहां अधिकारी व सुरक्षा बल किसी भी सूचना पर तत्काल कूच कर जाएंगे। दोनों राज्यों के अधिकारियों ने तय किया कि किसी भी सूरत में भगदड़ की स्थिति नहीं बने इसके लिए हर कदम समन्वय के साथ उठाएंगे। बाबाधाम में भीड़ का दबाव बढ़ने की सूचना मिलते ही बिहार के होल्डिंग प्वाइंट पर कांवड़ियों को कुछ देर रोक लिया जाएगा। भीड़ नियंत्रण व समन्वय को लेकर बिहार के भागलपुर जिला के सुल्तानगंज, बांका के सूइया एवं इनावरण में तीन ओपी बनेंगे। इनमें झारखंड के मजिस्ट्रेट, डीएसपी, इंस्पेक्टर एवं सुरक्षा बल तैनात होगा। यहां से पल पल की सूचना देवघर नियंत्रण कक्ष को दी जाएगी।
आयुक्त भागलपुर राजेश कुमार ने कहा कि देवघर प्रशासन से भीड़ की सूचना मिलते ही उस अनुरूप सीमावर्ती इलाके के पंद्रह किमी के दायरे में बने होल्डिंग प्वाइंट पर कांवड़ियों से ठहरने का आग्रह होगा। उनको बताया जाएगा कि बाबाधाम में बहुत भीड़ है, रुक जाएं और धीरे धीरे कदम बढ़ाएं। समय पर सूचनाओं का आदान प्रदान एवं उन पर एक्शन लिया जाएगा। झारखंड सरकार ने डाकबम को रविवार एवं सोमवार को किसी प्रकार की विशेष सुविधा नहीं देने का निर्णय पहले से लिया है। बिहार में भी इस पर प्रतिबंध होगा के सवाल पर आयुक्त भागलपुर ने कहा कि वह किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं लगाएंगे।
आयुक्त मुंगेर पंकज पाल, डीआइजी संताल परगना राजकुमार लकड़ा, डीआइजी मुंगेर, डीएम भागलपुर, डीएम मुंगेर, डीएम जमुई, एसएसपी भागलपुर, डीसी दुमका, डीसी देवघर, एसपी दुमका, एसपी देवघर एवं एसपी मुंगेर मुख्य रूप से मौजूद थे।