किसी भी कीमत पर दूसरे विद्यालय में नहीं जाएंगे पारा शिक्षक
देवघर : एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के जिला इकाई की ओर से शनिवार को पारा शिक्षक
देवघर : एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के जिला इकाई की ओर से शनिवार को पारा शिक्षक के युक्तिकरण का विरोध में डीएसई कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया।
मौके पर पारा शिक्षकों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि अल्प मानदेय उन्हें मिलता है। नियम को ताख पर रखकर सूची तैयार की गई है। इससे पारा शिक्षकों को काफी कठिनाई होगी। सरकार पहले पारा शिक्षकों को स्थायी कर वेतनमान दें, फिर जहां स्थानांतरण करना है करे। पारा शिक्षकों के स्थानांतरण को लेकर सरकार ने कोई नियमावली नहीं बनाई है। सरकार पहले नियमावली बनाए, वेतनमान दे, फिर युक्तिकरण करे। अल्प मानदेय पर कार्यरत पारा शिक्षक किसी भी कीमत पर दूसरे विद्यालय में नहीं जाएंगे। युक्तिकरण के लिए आनन-फानन में सूची तैयार की गई, जिसमें कई त्रुटियां है। जिनकी सेवा एक दो माह है और दिव्यांग हैं उन्हें भी सूची में शामिल कर दिया गया है। मोर्चा की ओर से डीएसई को ज्ञापन भी दिया गया, जिसमें कहा गया कि मोर्चा पारा शिक्षकों के युक्तिकरण का विरोध करता है। जब तक समस्या का समाधान राज्य सरकार नहीं करती है तब तक युक्तिकरण नहीं किया जाए। युक्तिकरण सूची नियम के विरुद्ध बनाई गई है, जिसे अविलंब रद करने की मांग की गई। मौके पर किशोर कुमार यादव, धीरेंद्र कुमार राय, सुशील कुमार झा, मकसूद शेख, जयप्रकाश गोस्वामी, पंचानंद दास, ब्रह्मानंद भोक्ता, पवन कुमार, रामानंद यादव व भोलानाथ पंडित आदि मौजूद थे।
वरीयता के आधार पर तैयार की गई सूची
छात्र व शिक्षक अनुपात पूरा करने के लिए शिक्षकों का युक्तिकरण किया जा रहा है। जहां बच्चों के अनुपात में अधिक शिक्षक हैं, उन्हें बच्चों के अनुपात में कम शिक्षक वाले विद्यालयों में भेजा जाएगा। इसके लिए जिले में 653 शिक्षकों को चिन्हित किया गया है। इसमें सरकारी के साथ पारा शिक्षक भी शामिल हैं। शनिवार को जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में आपत्ति दर्ज करने की अंतिम तिथि थी, जिसका परिणाम हुआ कि आपत्ति दर्ज कराने के लिए शिक्षकों का हुजूम उमड़ पड़ा। इसके लिए अलग से काउंटर भी बना दिया गया था। क्या कहती हैं डीएसई युक्तिकरण के संबंध में जिला शिक्षा अधीक्षक वीणा कुमारी ने कहा कि युक्तिकरण के लिए शिक्षकों को चिन्हित करने में वरीयता को आधार बनाया गया है। किसी भी विद्यालय से उन शिक्षकों को चिन्हित किया गया है, जो सबसे अधिक दिन से कार्यरत हैं। आपत्ति दर्ज होने के बाद रविवार को इसका निराकरण कर दिया जाएगा। फिर उपायुक्त से अनुमति लेकर काउंसि¨लग की तिथि निर्धारित कर दी जाएगी। पूर्व की तरह काउंसि¨लग में विकल्प नहीं दिया जाएगा। रिक्ति के आधार पर शिक्षकों का युक्तिकरण किया जाएगा। जिसमें दिव्यांग महिला के बाद दिव्यांग पुरुष को प्राथमिकता दी जाएगी। अगर दो दिव्यांग महिलाएं एक ही स्कूल का चयन करती हैं तो उनकी नियुक्ति तिथि को आधार बनाकर पूर्व की नियुक्ति वाली महिला को प्राथमिकता दी जाएगी। ऐसा पुरुषों में भी होगा। इसके बाद महिला फिर पुरुषों को विद्यालय चयन का मौका दिया जाएगा। इसमें भी नियुक्ति तिथि को आधार बनाया जाएगा। इसके उपरांत स्थापना की बैठक में आवश्यक प्रक्रिया पूरी की जाएगी। डीएसई ने कहा कि दीपावली के पूर्व युक्तिकरण का काम पूरा कर लिया जाएगा।